अल्मोड़ा- पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक के द्वारा दिए गए मांग पत्र पर कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी ने अविलंब कार्यवाही के आदेश दिए हैं। विदित हो कि पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को अवगत कराया था कि रानीधारा मार्ग की स्थिति अत्यधिक भयावह है। ग्रेस पब्लिक स्कूल के निकट सड़क की दीवार लंबे समय से क्षतिग्रस्त है जिससे सड़क यातायात हेतु बंद है। इसी मार्ग से अनेकों स्कूली बच्चों का आवागमन भी होता है। इस जगह क्षतिग्रस्त दीवार के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी है तथा कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जनप्रतिनिधियों/ क्षेत्रवासियों द्वारा अवगत कराए जाने के बाद भी किसी अधिकारी द्वारा ना तो इसका निरीक्षण किया गया है और ना ही दीवार निर्माण के संबंध में कोई कार्यवाही की गई है। जिस कारण स्थानीय नागरिकों/ जनप्रतिनिधियों में रोष व्याप्त है।उन्होंने पत्र के माध्यम से मांग की थी कि उक्त मार्ग में क्षतिग्रस्त दीवार का निर्माण कार्य तत्काल कराया जाए अन्यथा जनहित में उन्हें उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। इस पत्र का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग अल्मोड़ा को प्रकरण में शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर नियमानुसार यथोचित कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय को अवगत कराने का आदेश जारी किया है। विदित हो कि बिट्टू कर्नाटक के द्वारा रानीधारा मार्ग का कुछ दिनों पूर्व स्थानीय सभासद के साथ निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के बाद उनके द्वारा जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता को पत्र लिख इस मार्ग की स्थिति से अवगत कराया गया था। इससे पूर्व भी कर्नाटक लगातार इस मार्ग के सुधारीकरण के लिए आवाज उठाते आ रहे हैं। रानीधारा मार्ग इतनी भयावह स्थिति में है कि बारिश होने पर लोगों के घरों में मलवा और पानी लगातार घुस रहा है जिससे जहां एक और उनके मकान तो क्षतिग्रस्त हो ही रहे हैं वहीं दूसरी ओर बरसात के मौसम में लोगों में भय का माहौल भी बना हुआ है। अभी एक सप्ताह पूर्व हुई बरसात में रानीधारा मार्ग से सटे मकानों में काफी संख्या में मलवा और पानी चला गया था जिससे स्थानीय लोगों और सभासद अमित साह में काफी रोष व्याप्त था। कर्नाटक ने इसी के साथ मांग की है कि संबंधित विभाग नींद से जागे और इस मार्ग की दशा सुधारने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि यदि अब भी दीवार निर्माण के साथ मार्ग सुधारीकरण का कार्य अविलम्ब प्रारम्भ नहीं होता तो वे जनहित में जनता को साथ लेकर चरणबद्ध तरीके से व्यापक जन आन्दोलन को बाध्य होंगे।