पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड की पहल “भिक्षा नहीं, शिक्षा दें ” थीम पर भिक्षावृति में लिप्त बच्चों की शिक्षा व उनके पुनर्वास हेतु प्रदेश भर में चलाई जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान के तहत रचिता जुयाल एसएसपी अल्मोड़ा के निर्देशन पर *सीओ आँपरेशन ओशिन जोशी* के पर्यवेक्षण में आज दिनांक 11/03/2023 को आँपरेशन मुक्ति टीम द्वारा पूर्व में स्कूलों में दाखिला कराए गए बच्चों का सत्यापन किया गया, नगर अल्मोड़ा में भ्रमण कर *02 बच्चों* को स्कूल में दाखिला करवाने के लिए चिन्हित किया गया है।
अल्मोड़ा आँपरेशन मुक्ति टीम द्वारा अब तक 04 बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिनका शीघ्र ही स्कूल में दाखिला कराया जायेगा। पूर्व में चलाये गये अभियान के दौरान 08 बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया गया था, वर्तमान में सभी बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
अल्मोड़ा नगर के विभिन्न क्षेत्रों में बैनर, पोस्टर व पम्पलेट के माध्यम से लोगों को ऑपरेशन मुक्ति के संबंध में जागरूक किया गया। छोटे बच्चों से बाल श्रम ना करवाने व भिक्षा ना देने के लिए जागरुक करते हुए अपील कर कहा कि अगर आपको कही भी इस प्रकार से छोटे बच्चें भिक्षा मागते हुए या बाल श्रम करते हुए दिखे तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें, जिसमें पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जायेगी, भिक्षा मांग रहे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करें, जिससे भिक्षावृत्ति में लगे बच्चों को भिक्षा से शिक्षा की ओर अग्रसर कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में सफलता मिल सकें ।
अभियान का उद्देश्य भिक्षावृति में लगे बच्चों को भिक्षा से मुक्ति देकर, शिक्षा की ओर अग्रसर करना है ।
आँपरेशन मुक्ति टीम में एएसआई राजेंद्र प्रसाद, कांस्टेबल सुरेश गिरी, कांस्टेबल भूपाल सिंह, महिला कांस्टेबल मोनिका जोशी आदि रहे।