अल्मोड़ा-सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के नवनियुक्त कुलपति प्रो सतपाल सिंह बिष्ट एवं मेडिकल काॅलेज अल्मोड़ा के प्राचार्य डाॅ सी पी भैसोड़ा ने दोनों संस्थानों के एक साथ मिलकर कार्य करने,विद्यार्थियों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के परीक्षण,विद्यार्थियों को लैबोरेट्री की सुविधा उपलब्ध कराने,शोध आदि गतिविधियों के संचालन करने को लेकर विस्तार से वार्ता की।इस दौरान कुलपति एवं प्राचार्य दोनों ने ही पत्रकारों से चर्चा की।प्रो सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के साथ उनके बेहतर स्वास्थ्य को बनाना भी आवश्यक है। वर्तमान में छात्रों में तनाव की स्थिति देखी जा रही है,उनमें  रक्त संबंधी बीमारियां देखी जा रही है।जिससे उनके स्वास्थ्य को नुकसान उठाना पड़ रहा है और इसका प्रभाव शिक्षा पर पड़ रहा है।भविष्य में ऐसे पाठ्यक्रमों का संचालन करने की योजना है जो विद्यार्थियों के स्वास्थ्य से जुड़ी होगी। विद्यार्थियों को मेडिकल के क्षेत्र में भविष्य बनाने की दिशा में बेहतर सिद्ध होगी।दोनों ही संस्थानों के समन्वय से पीएचडी के विद्यार्थियों को लैब सुविधा प्राप्त होगी।मेडिकल पाठ्यक्रम के संचालन से छात्रों का बेहतर भविष्य बन पाएगा।कुलपति प्रो बिष्ट ने कहा कि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाना आवश्यक है।भविष्य में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय मेडिकल काॅलेज के साथ मिलकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने जा रहा है। प्रथम चरण में सोबन सिंह जीना में विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा, फिर महाविद्यालय में इसकी शुरूआत की जाएगी।उन्होंने कहा कि महामहिम के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय को उन्नत करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।विश्वविद्यालय के कुलपति ने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय को शोध एवं शिक्षा आदि क्षेत्र में सर्वोच्च संस्थान बनाने की बात पुनः पत्रकार वार्ता के दौरान कही।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सभी समस्याओं का समाधान तीव्रता के साथ किया जा रहा है।स्वास्थ्य,शिक्षा एवं संस्कार को प्राथमिकता दी जाएगी।इस अवसर पर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ सी पी भैसोड़ा ने कहा कि विद्यार्थियों में मेंटल हैल्थ, फिजिकल हैल्थ को लेकर हम सभी को संवेदनशील होना पड़ेगा, क्योंकि छात्र हमेशा तनाव में देखा जा रहा है। उनके स्वास्थ्य का परीक्षण कर स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट पहल होगी। विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को बेहतर रखना हमारी जिम्मेदारी है,क्योंकि वह देश का भविष्य है।इसके साथ मेडिकल काॅलेज और विश्वविद्यालय दोनों एक साथ मिलकर कार्य करने की योजना पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल काॅलेज के विशेषज्ञों के निर्देशन में शोध आदि गतिविधियों का संचालन भी किया जाएगा। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ भाष्कर चैधरी, वैयक्ति सचिव विपिन जोशी, गोविंद मेर, गोविंद अधिकारी मौजूद रहे।