चंपावत – जिला स्तरीय पुनरीक्षण समन्वय समिति/डीएलआरसी की समीक्षा बैठक सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा गत वित्तीय वर्ष 2022-23 की 31 मार्च 2023 की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष में विभिन्न योजनाओं में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति करने, जिले का ऋण जमा अनुपात बढ़ाए जाने, बैंक प्रायोजित योजनाओं का अधिकाधिक लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाए जाने, केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाए जाने, किसानों की आय दोगुनी किए जाने हेतु बैंक तथा विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करने हेतु अभी से योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश जिलाधिकारी ने सभी बैंक तथा अधिकारियों को दिए। बैठक में जिले में बैंक रहित गांव में बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराये हेतु बीसी (बैंक का रेस्पोंडेंट) की नियुक्ति के संबंध में 83 लक्ष्य के सापेक्ष वर्तमान तक 78 की नियुक्ति पर जिलाधिकारी ने कहा कि अवशेष 5 क्षेत्रों के साथ ही अगर अन्य गांवों में भी बीसी की नियुक्ति की आवश्यकता है तो मुख्य विकास अधिकारी, सभी बैंक तथा सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) प्रभारी के साथ बैठक करें तथा तत्काल बीसी तैनात करें बात करें तथा ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग सेवा उपलब्ध हो सके। जिलाधिकारी ने वित्तीय साक्षरता हेतु गत वित्तीय वर्ष में जिले में लगाए गए कुल 644 वित्तीय साक्षरता कैंपों को इस वर्ष भी लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत कैंप लगाने के निर्देश सभी बैंकर्स को दिए। इस हेतु अभी से रोस्टर तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत कराया कि गत वित्तीय वर्ष में 31 मार्च को जिले में ऋण जमा अनुपात 33.61 रहा। जो गत वित्तीय वर्ष में 31.97 से अधिक रहा। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिले का अनुपात इस वर्ष 40 फ़ीसदी तक लाने हेतु सभी बैंक अभी से लक्ष्य के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें तथा एक्शन प्लान तैयार कर लें। बैठक में जिला लीड बैंक प्रबंधक द्वारा गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रगति के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बैंकों द्वारा ऋण वितरण, अनुषंगी गतिविधियों में ऋण वितरण प्रगति, केंद्र/राज्य सरकार की नीति, केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाएं आदि की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने किसानों के केसीसी शत प्रतिशत बनाने के निर्देश दिए और बैंको को अपने पास केसीसी लंबित न रखने को कहा।
बैठक में अवगत कराया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत मौसम खरीफ तथा रबी में कुल 4955 जिसमें 1770 लोनी तथा 31859 नॉन लोनी किसानों का बीमा कराया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि किसानों की आय वर्ष 2023 तक दोगुना करने हेतु लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति शत प्रतिशत करें तथा बैंकों को निर्देश दिए कि पात्र किसानों का फसल बीमा ससमय करना सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत वार्षिक लक्ष्य 1000 के सापेक्ष 1247 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 1126 का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 वार्षिक लक्ष्य 59 के सापेक्ष प्राप्त 71 आवेदन को स्वीकृत कर दिया गया। पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत चंपावत राज्य में प्रथम स्थान पर है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त 586 आवेदनों में से 469 को ऋण वितरित किया गया तथा 114 अस्वीकृत किए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें और अस्वीकृत आवेदनों की संख्या कम करने का प्रयास करें। बैंकों द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अंतर्गत लक्ष्य 450 के सापेक्ष प्राप्त 511 ऋण आवेदन पत्र स्वीकृत कर 476 आवेदन पत्रों पर ऋण वितरित किया गया। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना अंतर्गत वाहन एवं गैर वाहन मद में वार्षिक लक्ष्य 12 के सापेक्ष प्राप्त 16 आवेदन पत्र स्वीकृत किये गऐ, जिसमे से 5 आवेदन पत्र निरस्त किए गए 2 आवेदन पत्र लंबित है, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि लंबित आवेदन पत्रों को शीघ्र पूरा करें। दीन दयाल उपाध्याय होम स्टे योजना अंतर्गत प्राप्त 27 आवेदन पत्रों में से स्वीकृत 14 आवेदन पत्रों पर ऋण वितरित, 4 आवेदनों को वापस तथा 9 आवेदन पत्र लंबित है। आरसेटी प्रशिक्षण संस्थान चंपावत द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में 18 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर 477 लाभार्थियों को लाभान्वित किया।
इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक आरबीआई दिग्विजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, जिला प्रबंधक नाबार्ड राकेश कन्याल, एलडीएम पीएस गर्ब्याल, एपीडी विमी जोशी, बैंकर्स, अधिकारी मोजूद रहे।