एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू, संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय के नेतृत्व में संस्था के माध्यम से भारतीय सेना के शहीद जवानों के सम्मान में दीपावली की शुभ संध्या पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक दीया शहीदों के नाम से संस्था पदाधिकारियों ने हल्द्वानी कालाढूंगी चौराहे में स्टॉल लगाकर इक्यावन हजार मिट्टी के दीये और बत्ती के पैकेट वितरण किया।
इस दौरान एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू सदस्य पूर्णिमा रजवार ने संयुक्त रूप से कहा कि भारतीय सेना के शहीद जवानों के बलिदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि हम अपने भारत देश में सुरक्षित इसलिए है की हमारी भारतीय सेना ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर रखा है और भारतीय सेना ने हमारे कल को सुरक्षित रखने के लिए अपने आज को खतरे में डालकर भारतीय सेना के जवान हजारों फुट की ऊंचाई पर अपनी हड्डियाँ गलाकर दुश्मनों की हर हरकत पर पैनी निगाह रखते हुए दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देकर दुश्मनों को संभलने का मौका भी नहीं देते है। तब जाकर हम अपने अपने घरों में सुरक्षित रहते है तभी हम अपने सारे त्यौहार पूरी खुशी के साथ मना पाते है इसलिए हम सभी भारतीयों का यह फर्ज है की हमारी सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए। भारत एवं भारतवासियों को हमेशा सुरक्षित रखते है तो हम सभी भारतीयों को भी अपनी भारतीय सेना के प्रति सच्ची निष्ठा आस्था रखते हुए हमेशा भक्ति भाव प्रकट करना चाहिए इसलिए एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था भारतीय सेना के शहीद जवानों के सम्मान में एक दीया शहीदों के नाम से इक्यावन हजार मिट्टी के दीये और बत्ती के पैकेट बनाकर वितरण कर रही है जिससे हम सभी दीपावली पर एक दीया शहीदों के नाम जलाकर अपने शहीदों को श्रद्धांजलि देकर उनके प्रति हमेशा भक्ति भाव प्रकट करें।
इस दौरान दीये पैकेट बांटने में संस्था संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय, अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू, सचिव नन्दकिशोर आर्या, कोषाध्यक्ष बलराम हालदार, समाजसेवी हेमन्त कुमार साहू, मार्गदर्शक पूर्णिमा रजवार अलका टंडन, योगिता बनोला, प्रीती आर्या, रिंकी गुप्ता, पूजा लटवाल, बरखा शर्मा, ममता रावत, कुसुम बोरा, गौरी शर्मा, पूनम गुप्ता, सूरज मिस्त्री, अमन कुमार, रॉबिन भारती, नन्दकिशोर आर्या, मनीष साहू, कमलेश आर्या, पूजा जोशी, सुशील राय, संदीप यादव, सूरज कुम्हार, दीपक कुमार, मुकेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।