अल्मोड़ाः देश की हर बालिका उभरते भारत की मूल शक्ति है, देश के आधे भाग को सशक्त बनाए बगैर हम प्रगति नही कर सकते । बात नेशनल हार्ट इंस्ट्टियूट के प्रमुख डॉ ओ0 पी0 यादव ने दिल्ली में आयोजित एक स्वागत समारोह के दौरान कही। उत्तरायण फाउंडेशन की पहल “जीवन निधि सहयोग“ के दूसरे चरण बीते दिवस बालिका सदन अल्मोड़ा से 08 बालिकायें नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली में पहुंची । जिला प्रोवेशन अधिकारी श्री अल्मोड़ा की सहमति पर 19 अप्रैल को अल्मोड़ा प्रशासन द्वारा सुरक्षित किशोरी सदन अल्मोड़ा की 8 बालिकाओं को नेशनल हार्ट इंस्ट्टियूट भेजा। यहां एक समारोह में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पूर्व में वहां पहुची 07 बालिकाओं के बैच ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ यादव ने बालिकाओं से स्वयं में आत्मविश्वास जगाने और कभी स्वयं को कमजोर न समझने का आह्वान किया। फाउण्डेशन द्वारा राज्य में संरक्षण में ली गई बालिकाओं की कुल संख्या अब यह संख्या 15 हो गयी है। ज्ञात हो कि फाउंडेशन एवं नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट कोविड काल में निराश्रित बालिकाओं को संरक्षण देकर कौशल निर्माण, पुर्नवास एवं सामजिक पुर्नएकीकरण जैसे चरणबद्ध कार्यक्रम चलाकर उनको स्वालम्बन की और ले जाना का कार्य कर रहा है। राज्य विशेषकर अल्मोड़ा से अमन संस्था द्वारा इसमें बालिकाओं के चयन और उन्हें इसके लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। पूर्व में यहां पहुंची 7 बालिकाएं आज आत्मविश्वास से लैस हो चुकी है उन्में कुछ स्नातक के साथ जीएनएम व मीडिया आदि के अपनी अभिरुचि के अनुसार कोर्स कर रही है। उनके लालन पालन वे सभी खर्चे फाउंडेशन और एनएचआई मिलकर कर रहे है। भविष्य में इन बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने व कौशल से दक्ष बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार देकर सशक्त बनाना है। कार्यक्रम के दौरान फाउण्डेशन के सचिव महिपाल पिल्खवाल ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान को फाउण्डेशन अपने प्रयासों से मूर्त रूप दे रह है और डॉ यादव द्वारा व्यक्तिगत रूप से इसमे मार्गदर्शन दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि यही बच्चे आगे आत्मनिर्भर बनकर इस श्रृंखला को आगे बढ़ाएं और अन्य जरूरत मंद बच्चों को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करें। उन्होंने बताया कि राज्य के जनप्रतिनिधियों , सामाजिक संगठनों आदि से अपेक्षा है कि वे भी सामाजिक दायित्व के तहत इन बालिकाओं के सहयोग व मार्गदर्शन के लिए आगे आए जिससे इनको उच्च गुणवत्ता के साथ शिक्षा व कौशल से लैस किया जा सके। इस कार्यक्रम में नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ यादव, उपनिदेशक डॉ विनोद शर्मा, निदेशक ऑपरेशन्स विंग कमांडर बी जेना,जनरल मैनेजर फाइनेंस सुरेश कुमार शैली, हॉस्पिटल कोऑर्डिनेटर चंद्रा जाडु , नर्सिंग इंचार्ज मेरिन अलेक्स , ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर आँचल सिंह, इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी प्रमुख महिपाल पिलख्वाल व इंस्टीट्यूट इंजीनियर निखिल कुंड ने अपने अपने विचार रखे और बालिकाओं को हर संभव मदद का भरोसा दिया।