अल्मोड़ा-उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने अपने कार्यालय में कार्यदायी संस्था के ललित पन्त एवं मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से डा०अनिल पांडेय से वार्ता की तथा मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली । विदित हो कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने फरवरी माह में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि यदि 14 मार्च तक मेडिकल कॉलेज में आम जनता को स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई तो वे विवश होकर 15 मार्च से मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करेंगे। किन्तु स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पूर्ववत होने के कारण पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक 15 मार्च को मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनशन पर बैठ गये । इस घटनाक्रम को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने मौके पर उपस्थित होकर पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक की सभी मांगे एक माह के भीतर पूरी करने का आश्वासन दिया तथा अनशन समाप्त करने का निवेदन किया।श्री कर्नाटक के द्वारा लिखित में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से सभी मांगे पूरी करने का पत्र लिया गया।जिसमे मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा 1 मई 2023
तक सभी स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त करने की बात कही गई।उनकी मुख्य मांगो में ऑपरेशन थिएटर को प्रारम्भ किया जाना, आई सी यू की सुविधा , एन आई सी यू की सुविधा उपलब्ध कराया जाना, एम आर आई मशीन का संचालन , ईको जांच प्रारंभ किया जाना, ऑक्सीजन प्लांट को तत्काल प्रारम्भ किया जाना,चिकित्सा के पर्याप्त उपकरणों को उपलब्ध कराया जाना, विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति ,ब्लड बैंक को प्रारंभ किया जाना शामिल था।पूर्व दर्जामंत्री कर्नाटक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा दूरभाष पर उन्हें लगातार सूचित किया जा रहा है कि उनकी अधिकांश मांगे पूरी कर दी गईं है।उन्होंने कहा कि इसी संबंध में आज उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के डॉक्टर अनिल पांडेय से अपने कार्यालय में वार्ता की।उन्होंने बताया कि वे 11 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज का स्थलीय निरीक्षण कर स्वयं देखेंगे कि वाकई में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उनकी जनहित में जो मांगे थी वो पूरी हुई है या नहीं।उन्होंने कहा कि जब तक जनता को मेडिकल कॉलेज में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।