अल्मोड़ा-आज प्रेस को जारी एक बयान में उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि क्वारब से ऊपर अल्मोड़ा की ओर सड़क चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ हो गया है।उक्त सड़क में जो बाईपास उनके द्वारा मंत्री नितिन गडकरी को प्रस्तावित किया गया था, उसे चौंसली कोसी बाईपास के रूप में तत्काल प्रभाव से बनाया जाए। कर्नाटक ने कहा कि उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग को अगर अल्मोड़ा नगर में लाया गया तो इसका विरोध ही नहीं होगा अपितु विभाग के खिलाफ एक व्यापक जन आन्दोलन भी होगा।श्री कर्नाटक ने कहा कि इस सम्बन्ध में उनकी केन्द्रीय एवं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से तीन बार वार्ता हुई जो कि बेहद सकारात्मक रही।उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने उन्हें पूर्ण रूप से आश्वस्त किया था कि उक्त बाईपास को जनहित में अल्मोड़ा नगर से न लाकर चौंसली से कोसी बाई पास के रूप में बनाया जायेगा,जिससे कि अल्मोड़ा नगर व उसके आसपास के गांवों की जनता के भवनों को किसी भी तरह का कोई नुकसान न हो।श्री कर्नाटक ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री के सकारात्मक रूख के बाद भी सम्बन्धित विभाग के अधिकारी स्वयं को सर्वेसर्वा मान रहे हैं और मनमानी को आतुर हैं।उन्होंने कहा कि ये बेलगाम अधिकारी एक बात स्पष्ट तौर पर अपने दिमाग में बैठा लें कि किसी भी दशा में सड़क का चौड़ीकरण अल्मोड़ा नगर व उससे लगे गांवों में नहीं आने दिया जाएगा और यदि सम्बन्धित विभाग के अधिकारी ये समझते हैं कि वे मनमानी करेंगें और नगर के मध्य से राष्ट्रीय राजमार्ग ले जाएंगे तो वे एक बात अपने मन और मस्तिष्क में अच्छी तरह से बैठा लें कि इसके लिए उन्हें सड़क का चौड़ीकरण नागरिकों की लाश के ऊपर से ले जाना पड़ेगा जिसकी प्रथम पहल बिट्टू कर्नाटक द्वारा की जायेगी।श्री कर्नाटक ने कहा कि वे इस सड़क के चौड़ीकरण से अधिक महत्व अल्मोड़ा नगर व उससे लगे गांवों की जनता को देते हैं और वे किसी भी दशा में वहां की जनता का अहित नहीं होने देंगे।श्री कर्नाटक ने कहा कि सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों की समझ में इतनी सी बात क्यों नहीं आ रही है कि यदि राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण अल्मोड़ा नगर के बीच से होकर निकलता है तो इससे सैकड़ों की संख्या में लोग प्रभावित होंगे,सैकड़ों की संख्या में भवन टूट सकते हैं और गरीबों की रोजी-रोटी,व्यवसाय छिन सकता है।उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा एक ऐतिहासिक शहर है और सम्बन्धित विभाग के बेलगाम अधिकारी अपनी करतूतों से इस शहर की ऐतिहासिकता को प्रभावित करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा।उन्होंने नगर व आसपास के गांवों की जनता से भी अपील की है कि सभी को संगठित रूप से एकजुट होकर सामने आना पड़ेगा और सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों की ईंट से ईंट बजाने के साथ ही अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तैयार रहना होगा।उन्होंने कहा कि अभी भी वक्त है सम्बन्धित विभाग के अधिकारी संभल जाए एवं तत्काल प्रभाव से प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग के बायपास को चौंसली कोसी की ओर को करें।उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो वे सम्बन्धित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलकर व्यापक जनान्दोलन करने को बाध्य होंगे।कोई भी जनहानि/उग्र आन्दोलन होने की दशा में पूर्ण उत्तरदायित्व सम्बन्धित विभाग व उनके अधिकारी का होगा।