अल्मोड़ा — बचपन बचाओ अभियान कार्यवाही माह व सीएसीएल द्वार संचालित बालश्रम मुक्त भारत अभियान के तहत श्रम नहीं शिक्षा अभियान कार्यक्रम का आयोजन श्रम विभाग एवं सीएसीएल द्वारा सयुंक्त रूप से किया गया।
होटल हिमसागर में आयोजित इस कार्यक्रम में होटल एसोसिएशन,नगर व्यापार मंडल,जिला बाल कल्याण समिति,श्रम विभाग एवं बाल सरंक्षण इकाई के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में 18 साल तक के बच्चों को बालश्रम में नहीं लगाने की अपील की गई और बालश्रम कानून संसोधन 2016 के प्रावधानों पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपश्रम आयुक्त श्रीमती आशा पुरोहित द्वारा सभी का स्वागत किया और बालश्रम को प्रतिबंधित करने के लिए विभाग विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों और इस कानून के प्रावधानों की जानकारी दी।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रघु तिवारी द्वारा कार्यक्रम का परिप्रेक्ष्य रखते हुए कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय बालश्रम उन्मूलन दिवस है। उन्होंने कहा कि बालश्रम एक सामाजिक अभिशाप है। बिना इससे मुक्ति के हम एक स्वस्थ समाज नहीं बना सकते हैं।
इस मौके पर बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान (सीएसीएल)की राज्य संयोजक व किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य सुश्री नीलिमा भट्ट ने बालश्रम को रोकने के लिए सीएसीएल द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर चलाए गए 44 दिन के अभियान पर विचार रखे तथा सीएसीएल द्वारा बनाए गए बाल मजदूरी प्रथा (उन्मूलन एवं पुनर्वास) वैकल्पिक विधेयक 2017 के प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अगर बच्चा विद्यालय में नहीं रहेगा तो वह बाल मजदूर बन सकता है। इसलिए यह समाज की नैतिक जिम्मेदारी है कि हर बच्चा विद्यालय में रहे। इसके लिए समाज के साथ ही सरकार को भी ठोस प्रयास करने होगे।
व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष सुशील साह ने कहा कि व्यापारी इस कार्यशाला में उपलब्ध जानकारी को हर व्यापारी तक पहुंचाऐंगे और अल्मोड़ा को बालश्रम मुक्त नगर बनाने का प्रयास करेंगे। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण वर्मा ने कहा कि जो बच्चे बालश्रम में लगे हैं उन्हें मुक्त करने के लिए सामुहिक प्रयास करना होगा। इसके लिए होटल एसोसिएसन हर संभव मदद करेगा।
मनरेगा के जिला लोकपाल सरोजनी जोशी कि उन्हें यह शिकायत मिल रही है कि मनरेगा में बच्चों को काम में लगाया जा रहा है इसे वह गम्भीरता से देखेंगी और नियमानुसार कार्यवाही भी की जाएगी।
कार्यक्रम में श्रम विभाग के अधिकारी राजेन्द्र बिष्ट, प्रोटेक्शन आफिसर कमला कोश्यारी, जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य श्रीमती चन्द्रा लटवाल, चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि सहित होटल और व्यापार और निर्माण संस्थाओं से जुड़े कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम में अल्मोड़ा को बालश्रम मुक्त जिला बनाने के लिए सामुहिक रूप से रूपरेखा तय की गई।