अल्मोड़ा- शासन द्वारा सोबन सिंह जीना मेडिकल कालेज अल्मोड़ा के 12 रेजीडेन्स चिकित्सकों के पिथोरागढ स्थानांतरण करने पर विधायक मनोज तिवारी प्रदेश की धामी सरकार पर भड़के। श्री तिवारी ने यहाँ जारी बयान में कहा कि अल्मोड़ा मेडिकल कालेज अभी भी पूर्ण अस्तित्व नहीं आया हैं। वह लगातार मेडिकल कालेज के पूर्ण अस्तित्व के लिए प्रयासरत हैं। लेकिन प्रदेश की सरकार मेडिकल कालेज के लिए गम्भीर होने के बजाय यहाँ से 12 विशेषज्ञ चिकित्सकों के एक साथ पिथोरागढ स्थानांतरण करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि काफी समय से तॆनात चिकित्सक मरीजों के उपचार एंव ओ पी डी में सेवा दे रहे थे। लेकिन धामी सरकार द्वारा एक दर्जन चिकित्सकों के स्थानांतरण करके अल्मोड़ा जनपद के साथ सॊतेलापूर्ण व्यवहार रखा। पूरा पर्वतीय क्षेत्र पहले से ही स्वास्थ्य सेवाओं में बदहाल रहा हैं। काफी समय से पर्वतीय जनता को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के पूर्ण में अस्तित्व आने पर स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर सुविधाओं की उम्मीद थी लेकिन पर्वतीय जनता की उम्मीदों पर धामी सरकार स्वयं पलीता लगा रही हैं। जो, कि बेहद अफसोसजनक हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत स्वयं जनपद के प्रभारी मंत्री है। वह भी अल्मोड़ा में स्वास्थ्य सेवाओं में बेहद सुविधा देने में गम्भीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आज ही प्रदेश के मुख्य सचिव एस एस संधू ऒर स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार से दूरभाष पर वार्ता करके तत्काल अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के एक दर्जन रेजीडेन्स चिकित्सकों के स्थान्तरण रद्द करने की बात रखी , जिस पर दोनों मुख्य सचिव एंव स्वास्थ्य सचिव ने उन्हें आश्वस्त किया हैं।
उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र चिकित्सकों के स्थानांतरण रद्द नहीं किये तो अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में काँग्रेस पार्टी बडा़ आन्दोलन आरम्भ करेगी।