नगर से विकास भवन के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से एक सटल सेवा शुरू की है जिसमें नगर या दुर्गम क्षेत्र से आने वाले वरिष्ठ नागरिकों को आने जाने में असुविधा ना हो। जिसमे शिखर तिराहे की पार्किंग के बाहर खाली स्थान से विकास भवन तक यह गाड़ी चलनी है। आज गाड़ी जब शिखर तिराहे के पास पार्किंग के बाहर खाली स्थान में खड़ी करने में पार्किंग मालिक द्वारा आपत्ति की गई तो सभासद अमित साह(मोनू) द्वारा इस पर नाराजगी और गुस्सा जाहिर किया गया और नगर पालिका अधिशासी अधिकारी के साथ बहस भी हुई, जिसमें यह बात की गई की नगर पालिका जिलाधिकारी के आदेश का पालन नहीं कर रही है और जगह ना देने पर सभासद द्वारा आंदोलन की चेतावनी दे डाली। व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह ने यह कहा कि यह एक समाज सेवा का काम है, इसमें पालिका ने सहयोग करना चाहिए,

पूरे मामले का संज्ञान लिया जाए तो पालिका इस बार फिर कटघरे में खड़ी नजर आ रही है। पहले तो आपके संज्ञान में लाया जाए तो ये पार्किंग टैक्सी स्टैंड के नाम से इस लिए बनाई गई थी की इसमें नगर में आने वाली टैक्सी खड़ी की जा सके जिससे यातायात बाधित न हो, पर पालिका ने अपनी कमाई का हवाला देते हुए इस पार्किग को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया। लेकिन पालिका ने इस पार्किंग का ठेका सिर्फ पार्किंग स्थल का किया है न की उसके बाहर की जगह का, जिसमे खड़ी होने वाली गाड़ियों से भी बिना अनुमति के ही पार्किंग ठेकेदार किराया वसूलता चला आ रहा है। इसकी भी जांच की बात सभासद द्वारा की जा रही है। मौके पर सभासद अमित साह (मोनु), व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, टैक्सी यूनियन के सचिव नीरज पवार, अधिशासी अधिकारी महेंद्र यादव यातायात प्रभारी गणेश हरड़िया जीवन सावंत आदि मौजूद रहे।