उत्तराखंड प्रदेश सरकार में रहे पूर्व दर्ज़ा राज्य मंत्री एडवोकेट केवल सती ने प्रेस को दिये गये अपने बयान में कहा कि जिला प्रशासन ने व्यापारियों, अन्य संगठनों व जनप्रतिनिधियों के तहसील कार्यालय मल्ला महल में स्थानांतरित किए जाने हेतु किए गए जन आंदोलन का ही परिणाम है कि प्रशासन को नगर पालिका अल्मोड़ा में 10 बजे से 12 बजे तक खतौनी निकालने व जनाधार केन्द्र खोला व नगर बस का किराया 25 रुपए के स्थान पर 10 रुपए करना पड़ा सती ने जिला प्रशासन से मांग कि है कि जन हित में ये बस किराया कुछ समय के लिए नहीं बल्कि हमेशा के लिए 10 रुपए ही होना चाहिए।
सती ने कहा कि जिला प्रशासन ने ये दो फैसले लेकर ये तो स्विकार किया कि जनता के लिए तहसील कार्यालय दूर हो गया है। सती ने कहा कि जिला प्रशासन को
जनभावनाओं के अनुरूप खतौनी व जनाधार केन्द्र नगर पालिका अल्मोड़ा के स्थान पर मल्ला महल अल्मोड़ा से ही पूर्व कि भांति संचालित किया जाना चाहिए था।
सती ने कहा कि जिला प्रशासन को जन भावनाओं का सम्मान करते हुए तहसील कार्यालय मल्ला महल में ही स्थानांतरित करना चाहिए था।