अल्मोड़ा-शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिये गये अतुल्य योगदान तथा छात्र/छात्राओं द्वारा कठिन परिश्रम से बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट अंक अर्जित करने के निमित्त शिक्षा के प्रति उन्हें और प्रोत्साहित करने तथा उनका मनोबल बढाने के लिये पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा लगातार उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। कर्नाटक द्वारा इस मुहिम के अन्तर्गत अधिकांश विद्यालयों को सम्मानित किये जाने का कार्य किया गया तथा शेष विद्यालयों को चिन्हित कर उन्हें प्रेरित करने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इसी के तहत आज विधानसभा अल्मोडा के राजकीय इन्टर कालेज स्यालीधार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उनके द्वारा शिक्षकों को अंगवस्त्र और मेधावी विद्यार्थियों को मेडल पहनाकर प्रतीक चिन्ह व अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।विद्यालय का पूरा परिवार इस कार्यक्रम से अति उत्साहित दिखाई दिया।उन्होंने इस सम्मान की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सम्मान समारोह विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।प्रधानाचार्य ने पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक का स्वागत/अभिन्नदन करते हुये कहा कि गतवर्ष से उनके द्वारा यह सराहनीय कदम उठाकर शिक्षकों/कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को सम्मानित किये जाने की एक अच्छी पहल प्रारंभ की है। इससे छोटी कक्षाओं के विद्यार्थी भी भविष्य में बोर्ड परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त कर इस सम्मान के हकदार बनने हेतु प्रोत्साहित होंगे।श्री कर्नाटक ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि आप और आगे बढें और आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर अपने राज्य व देश का नाम रोशन करें तथा अपने जीवन को सही दिशा में ले जाने का कार्य करने की शपथ लें।बिना मेहनत के पढाई करने से अच्छी सफलता पाने की उम्मीद करना बिना दौड के मैराथन जीतने की उम्मीद करना है।अतः विद्यार्थियों को कठोर परिश्रम करने,अनुशासित रहने,मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने व अपने को कुसंगति से बचाते हुये एक आदर्श विद्यार्थी बन कर अपने माता-पिता व गुरूओं के गौरव को बढाना चाहिये।श्री कर्नाटक ने अपने संवाद में कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन को न सिर्फ वास्तविक आकार देते हैं बल्कि उन्हें इस काबिल बनाते हैं कि छात्र पूरी दुनियां में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलते रहें जिससे हमारा राष्ट्र ढेर सारे प्रकाश के साथ प्रबुद्व हो सके।इसीलिये भारत देश में सभी शिक्षकों को सम्मान दिया जाता है साथ ही हमारी सफलता के पीछे हमारे शिक्षक का हाथ होता है।मेहनत,लगन और उचित मार्गदर्शन से सफलता अवश्य मिलती है विद्यार्थियों में लक्ष्य प्राप्ति के लिये स्वयं पर विश्वास होना भी जरूरी है।उन्होंने कहा कि इस सम्मान समारोह का उद्देश्य गुरूओं के सम्मान और छात्र/छात्राओं से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाना है।इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रधानाचार्य उमेश चन्द्र पाण्डे, विद्यालय में कार्यक्रम संचालक शिक्षक दीप जोशी,शिक्षक पूरन सिंह बिष्ट, हरीश चंद्र आर्या,देवकी नंदन जोशी, भावना,स्वेता राणा,महेंद्र प्रकाश आदि समस्त शिक्षक-कर्मचारी,वरिष्ठजन सहित सामाजिक कार्यकर्ता देवेन्द्र प्रसाद कर्नाटक,रोहित शैली,उमेश रैक्वाल,प्रकाश मेहता,मीना भट्ट,आशा मेहता,भावना काण्डपाल सहित छात्र/ छात्राओं के अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रश्मि काण्डपाल द्वारा किया गया।