अल्मोड़ा – नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत शिक्षा विभाग अल्मोड़ा द्वारा अनेक जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है जिसके क्रम में समाज कल्याण विभाग तथा शिक्षा विभाग अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वाधान में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत जागरुकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का आयोजन नन्दादेवी प्रांगण से प्रारम्भ किया गया। रैली से पूर्व समस्त प्रतिभागी छात्र/छात्राओं तथा शिक्षकों नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत प्रतीज्ञा करायी गयी। रैली में छात्र/छात्राओं द्वारा जागरुकता हेतु विभिन्न नारों से आम जनमानस को जागरुक किया गया। उसके उपरान्त रा0बा0इ0का0 अल्मोड़ा में जिला स्तरीय नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत 05 प्रतियोगिताओं (निबन्ध, चित्रकला/पोस्टर, भाषण, श्लोगन एवं नाटक प्रतियोगिता) का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विकासखण्ड स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आराधना त्रिपाठी, समाज कल्याण अधिकारी अल्मोड़ा थी जिन्होने छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा स्वास्थ के लिये हानिकारक होता है यह हमारे शरीर को धीरे-धीरे करके मारता है यह कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का एक मुख्य कारण हैं इसके सेवन से हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियाँ अपना घर बना लेती है, जो धीरे-धीरे करके पूरे शरीर को नष्ट कर देती है, और फिर मनुष्य की मृत्यु हो जाती है। नशा का सेवन करना अर्थात स्वयं के मृत्यु का कारण बनना है। यह विश्व के सबसे गम्भीर बीमारियो मे से एक है। जो दिन-प्रतिदिन भारतीय समाज मे बढती जा रही है। खासकर भारत के युवा लोग अधिक नशा मे ग्रस्त है। इस हेतु उन्होने छात्र/छात्राओं को सेवित क्षेत्र के लोगों को नशे के दुष्परिणामों को बताते हुए जागरुक करने का आवाहन किया। जिला नोडल अधिकारी, नशा मुक्त भारत अभियन विनोद कुमार राठौर ने कहा कि नशा एक अभिशाप है. जो भारतीय समाज मे व्यापक रुप से पाया जाता है। जो लोग नशे के आदी बन चुके हैं और बिना नशे के नहीं रह पाते हैं, उन्हीं लोगों को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए गवर्नमेंट के द्वारा नशा मुक्ति भारत अभियान को चालू किया गया है। यह एक ऐसा अभियान है जो किसी एक ही राज्य में नहीं बल्कि पूरे भारत वर्ष में चलाया जा रहा है। इसी के अन्तर्गत आज के कार्यक्रम संचालित किये गये है। भाषण प्रतियोगिता में संतोष सावंत, केन्द्रीय विद्यालय रानीखेत द्वारा प्रथम, कु0 विद्या बिष्ट, रा0इ0का0 स्यालीधार तथा कु0 प्रेरणा सती, इ0का0 नौगांवकफड़ा द्वारा संयुक्त रुप से द्वितीय स्थान तथा विपुल पाण्डे, रा0इ0का0 चित्रेश्वर द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। स्लोगन प्रतियोगिता में कु0 स्नेहा आर्या, रा0बा0इ0का0 बाड़ेछीना द्वारा प्रथम, कु0 आस्था बहुगुणा, एडम्स गर्ल्स इ0का0 अल्मोड़ा द्वारा द्वितीय स्थान तथा कु0 पुजा मठपाल, रा0इ0का0 गैरखेत द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। चित्रकला/पोस्टर प्रतियोगिता में गौरव कुमार, रा0इ0का0 सलौंज द्वारा प्रथम, कु0 ज्योति बिष्ट, रा0इ0का0 स्यालीधार द्वारा द्वितीय स्थान तथा कु0 मीनाक्षी पाण्डेय, रा0इ0का0 पालीगुणादित्य द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में कु0 मीनाक्षी भोजक, रा0बा0इ0का0 अल्मोड़ा द्वारा प्रथम, कु0 मीनाक्षी बिष्ट, रा0बा0इ0का0 चौखुटिया द्वारा द्वितीय स्थान तथा कु0 प्राची आर्या, रा0इ0का0 दड़मिया द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। नाटक प्रतियोगिता में विकासखण्ड से अ0उ0रा0इ0का0 द्वाराहाट प्रथम स्थान, विकासखण्ड धौलादेवी से अ0उ0रा0इ0का0 पालीगुणादित्य द्वारा द्वितीय स्थान एवं विकासखण्ड ताड़ीखेत में केन्द्रीय विद्यालय रानीखेत द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। समस्त प्रतिभागियों तथा मार्गदर्शक शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। तथा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्यां रा0बा0इ0का0 अल्मोड़ा सुधा उप्रेती तथा निर्णांयक डॉ0 कपिल नयाल, राजेश बिष्ट, मनमोहन चौधरी, डॉ0 दीपा गुप्ता, डॉ0 दीपा जलाल, डॉ0 प्रकाश पंत, डॉ0 दीप जोशी, डॉ0 हेम तिवारी, नीतू सूद, तनुजा गड़िया, भाष्कर पाण्डेय, दीपा आर्या, दीप चन्द्र पाण्डेय, जयश्री पोखरिया, पंकज जोशी के अतिरिक्त कुन्दन कनवाल, मनोज जोशी, धीरज कुमार, प्रदीप बिष्ट तथा विभिन्न विकासखण्ड़ों से आये हुये मार्गदर्शक शिक्षक आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी नशा मुक्त भारत अभियान विनोद कुमार राठौर द्वारा किया गया।