अल्मोड़ा – विनय किरौला के नेतृत्व में दर्जनों युवाओं ने प्राचार्य सोबन सिंह जीना मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के द्वारा मुख्यमंत्री उत्तराखंड व शिक्षा-चिकित्सा मंत्री को ज्ञापन देकर उत्तराखंड में मेडिकल कॉलेजों में नियुक्त तकनीकी व गैर तकनीकी नियुक्तियों को ठेके के माध्यमों से रखे गए कर्मचारियों को विभागीय सविदा या उपनल जैसा नया विभाग बना कर उस विभाग के माध्यम से नियुक्त किया जाए।
विनय किरौला ने कहा कि पूर्व में जिस वेतमान में मेडिकल कॉलेज में जिस कंपनी के माध्यम से कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। वर्त्तमान कंपनी में उससे 1000 रुपये कम में कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। महंगाई हर क्षेत्र में बढ़ रही है और मेडिकल कॉलेज के इन ठेका कर्मियों का वेतन कम किया जा रहा है,जो शोषण व अन्याय का प्रतीक है।
विंनय किरौला ने कहा कि उत्तराखंड निर्माण क्या इसलिये किया गया था कि यहाँ के युवाओं को ठेके में विभिन्न विभागों में रख इनका शोषण किया जाए और पंजाब, यू0पी0 आदि की कंपनी ठेके के माध्यम से नियोक्ता बन पहाड़ के युवाओं का आर्थिक-सामाजिक शोषण करे।
ठेका प्रथा को बंद कर युवाओं को विभागीय संविदा या उपनल नुमा विभाग के माध्यम नियुक्ति मेले,ताकि उत्तराखंड का युवा अपने को उत्तराखंड सरकार के अधीन सुरक्षित महसूस करें।
यदि उत्तराखंड से ठेका प्रथा को शीघ्र समाप्त नही किया गया तो उत्तराखंड का युवा शोषण की इस नई प्रथा जो ठेका प्रथा के रूप में सामने आई है के विरुद्ध सड़क में उतरने को बाध्य हो जाएगा।
ज्ञापन देने वालो में विनय किरौला, निरंजन पांडेय, राजेन्द्र लटवाल, राहुल बिष्ट, शेखर भट्ट, विनोद जोशी, मनीष बिष्ट, हरीश बिष्ट, प्रकाश बिष्ट, मोहन सिंह, अजय कुमार, माया बिष्ट, भुवन प्रसाद, शिवराज सिंह, सुमित कनवाल, चंद्र शेखर जोशी, नितेश सिंह, त्रिभुवन सिंह, गोपाल बिष्ट, हरीश कुमार, ज्योति,महिमा, जितेंद्र सिंह, साजिद, विशाल जोशी, साजन, रोहित कुमार, अमित कुमार आदि दर्जनों युवा उपस्थित थे।