गो0 ब0 पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोड़ा के ग्रामीण तकनीकी परिसर में दिनांक 3 अप्रैल, 2023 को सशस्त्र सीमा बल के जवानों हेतु कृषि वागवानी विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में सशस्त्र सीमा बल के अल्मोड़ा, चम्पावत, डीडीहाट, एवं पिथौरागढ़ यूनिटों के 15 जवानों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण के आरम्भ में जवानों को संबोधित करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं ग्रामीण तकनीकी प्रभारी डा. अशोक कुमार साहनी ने जवानों को संस्थान के विषय में वताते हुए संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया साथ ही ग्रामीण तकनीकी परिसर में प्रदर्शित विभिन्न आजीविका वृद्धि एवं पर्यावरण संवर्धन तकनीकों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। तत्पश्चात संस्थान की वैज्ञानिक डा. शैलजा पुनेठा ने जवानों को बागवानी, सब्जी, फल एवं फूलों की नर्सरी बनाने एवं संरक्षित खेती की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रयोगात्मक प्रशिक्षण भी प्रदान किया। प्रशिक्षण के दौरान सामाजिक आर्थिक विकास केन्द्र की कन्सलटैन्ट डा. दीपा बिष्ट, ने जवानों को पर्वतीय क्षेत्रों में समन्वित मत्स्य पालन, के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कुछ सफल कृषकों के उदाहरण भी प्रस्तुत किये। तत्पश्चात परिसर में कार्यरत श्री डी. एस. बिष्ट एवं डा0 देवेन्द्र चौहान ने ग्रामीण तकनीकी परिसर में प्रदर्शित विभिन्न कम लागत की सरल एवं पर्यावरण मित्र तकनीकों मॉडलों जैसे- पीरूल से कोयला, कागज, सजावटी सामान, इत्यादि बनाना, विभिन्न प्रकार की जैविक खाद (वर्मी कम्पोस्ट, बायोकम्पोस्ट, हीप कम्पोट, इत्यादि) तैयार करना, इत्यादि की जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के दौरान जवानों ने संस्थान के सूर्यकुंज का भी भ्रमण किया जहां जैव विवधता संरक्षण एवं प्रबन्धन केन्द्र के शोध छात्रों ने जवानों को विभिन्न प्रकार की जैव विविधता एवं औषधीय पौधों की जानकारी देते हुए तथा इन्हें संरक्षित करने के उपाय भी बताये। भ्रमण के उपरान्त जवानों ने बतायी गयी तकनीकों को किसानों के लिए बहुत उपयोगी एवं लाभप्रद बताया।