डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखण्ड के आह्वान पर महानिदेशालय स्तर पर लंबित समस्याओं के निराकरण न होने एवं नकारात्मक रुख रखने के चलते प्रांतीय निर्देश के क्रम में जनपद शाखा अल्मोड़ा भी आंदोलनात्मक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रही है।
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखंड ने मांग की है कि आई.पी.एच.एस. मानक में संशोधन कर चिकित्सालयों की आवश्यकता तथा वृहदकार्य दायित्यों के दृष्टिगत सभी चिकित्सा इकाइयों में फार्मेसिस्ट के पदों में वृद्धि एवं इमरजेंसी ड्यूटी हेतु फार्मेसिस्ट संवर्ग के पदों का सृजन हेतु समिति के की आस्था के उपरांत भी 4 माह के व्यतीत होने पर भी शासन को प्रस्ताव नहीं भेजा गया है।
फार्मासिस्ट संवर्ग के कार्मिकों के पदनाम परिवर्तन की न्यायोचित मांग का औचित्यपूर्ण प्रस्ताव शासन को नहीं भेजा गया है।
पद रिक्त होने के बावजूद विगत 9 माह से उपनिदेशालय फार्मेसी, प्रभारी अधिकारी फार्मेसी व र्चीफ फार्मेसिस्ट के पदों पर पदोन्नति की कार्यवाही लंबित है।
संगठन द्वारा बार-बार अनुरोध किए जाने के बाद फार्मेसिस्ट संवर्ग के कार्मिकों को शासन संख्या 103 दिनांक 15 फरवरी 2012 के अनुसार राजकीय सेवा में 2 वर्ष पूर्ण होने पर वेतनमान तदोपरांत शासनादेश संख्या 11 दिनांक 17 फरवरी 2017 के अनुसार 10 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर प्रथम ए.सी.पी अनुमन्य किए जाने हेतु सभी जनपदों के आहरण विवरण अधिकारियों को सामान्य आदेश आज तक जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखण्ड ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश पुरोहित से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में अध्यक्ष डी के जोशी, जनपद मंत्री रजनीश जोशी, कार्यकारी अध्यक्ष जी एस कोरंगा, उपाध्यक्ष कैलाश थापा, उपाध्यक्ष जे. पी. एस मनराल, संगठन मंत्री प्रदीप पांडे, संयुक्त मंत्री मनोहर सिंह मेहता, राखी राणा, आनंद पाटनी, कैलाश चंद्र पपने आदि लोग मौजूद रहे।