राष्ट्रीय सेवा संघ (NSS) के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमांशु जोशी सहित संगठन के अन्य सदस्यों ने तहसीलदार हल्द्वानी के माध्यम से सिटी मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने डहरिया, हल्द्वानी में रामपाल के समर्थकों द्वारा खोले गए आश्रम की वैधता की जांच की मांग की। रामपाल, जो बरवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी और उम्रकैद की सजा काट रहा है, एक गिरोह का प्रमुख है। यह गिरोह सनातन धर्म के खिलाफ किताबें वितरित करने और दुष्प्रचार करने के लिए चर्चित है।
राष्ट्रीय सेवा संघ ने इस गिरोह के खिलाफ कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं और उनकी गतिविधियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। हालांकि, इसके बावजूद हल्द्वानी में इस गिरोह द्वारा एक आश्रम खोला जाना और वहां लोगों को एकजुट करना गंभीर चिंता का विषय है। संघ ने आरोप लगाया कि इस आश्रम के माध्यम से सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है, जो समाज के लिए खतरनाक हो सकता है।
संगठन ने यह भी आशंका जताई है कि इस गिरोह के द्वारा उत्तराखंड से लड़कियों और महिलाओं को भंडारे और अन्य आयोजनों के बहाने हरियाणा तथा अन्य स्थानों पर भेजा जा रहा है। यह चिंता जताई गई कि महिलाओं और लड़कियों के गायब होने की घटनाओं में इस गिरोह का हाथ हो सकता है।
ज्ञापन के दौरान राष्ट्रीय सेवा संघ के कार्यकर्ता जैसे प्रकाश नौटियाल, मनोज नेगी, अमित गोस्वामी, विजय कार्की, गौरव पढ़ालनी, युवराज पंत, देवेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित थे। संगठन ने सिटी मजिस्ट्रेट से इस मामले की गंभीरता से जांच करने और कार्रवाई की अपील की है।