द्वाराहाट – गुरिल्लों के नौकरी पैंशन एवं अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर अल्मोड़ा जिला मुख्यालय में धरने को 5000दिन पूरे होने पर अल्मोड़ा से निकली जनजागरण रथयात्रा आज द्वाराहाट पहुंची मुख्य चौराहे पर हुई सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि अनेक संगठन राष्ट्रवाद की भले ही चर्चा करें पर गुरिल्लों की चर्चा के बिना यह अधूरी है गुरिल्ले वो लोग हैं जिन्हें खुद सरकार ने राष्ट्रवाद का प्रशिक्षण देकर सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रभक्ति की भावना जाग्रत करने के लिए तैयार किया राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत गुरिल्लों ने पूर्वोत्तर से अलगाव -उग्रवाद समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की सीमा सुरक्षा की इस अचूक सुरक्षा ब्यवश्था के सन् 2000में समाप्त होने के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में पुनः उग्रवादी घटनाएं होने लगी हैं एक दो दिन पूर्व के समाचार पत्रों में नेपाल सीमा से भी घुसपैठ की संभावना के समाचार छपे हैं इसलिए गुरिल्लों का सीमाओं को सुरक्षित रखने मे की आज भी उपयोग संभव है। जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि आंदोलन के चलते राज्य सरकार ने हमसे अनेक समझौते किये जिनमें गुरिल्लों का होमगार्ड और पी आर डी के माध्यम से समायोजन भी एक है अजीब बिडंबना है कि गुरिल्लों से कम प्रशिक्षित लोगों को इन सेवाओं में रखा जा रहा पर गुरिल्लों को मौका नहीं दिया जा उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से अपनी घोषणाओं समझौतों को लागू करने की मांग की। सभा को चन्द्र प्रकाश उपाध्याय, कैलाश शाह ने भी संबोधित किया इस अवसर पर भुवन चन्द्र चौधरी, गोविन्द बल्लभ, हरबोला देवी दत्त बुधानी, ध्यान सिंह, प्रकाश चन्द्र, मदन सिंह, रेखा भट्ट, भवानी देवी, आनंदी साह, पूनम गोस्वामी, गीता देवी, भागुली देवी सहित अनेको गुर्रिल्ले उपस्थित थे।