अल्मोड़ा – कुमाऊँ का विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है। हर साल यहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महामृत्युंजय और भगवान जागनाथ के दर्शन के लिए आते है।  पिछले कुछ समय से यहाँ पर श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिला है।  श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के साथ इस स्थान के रखरखाव एवं संरक्षण को लेकर प्रबंध समिति के द्वारा समय समय पर आवश्यक एवं उपयोगी कदम उठाए जा रहे हैं।  जिसमे शटल सेवा एवं सम्पूर्ण मंदिर परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे लगाए जाना एक महत्व पूर्ण कदम है।  इसी क्रम में प्रबंध समिति की प्रबंधक ज्योत्सना पंत द्वारा एक और निर्णय लिया गया है।  जिसमें मंदिर परिसर में कार्य करने वाले कर्मचारियों का गण वेश निर्धारित कर दिया गया हैं।  पंत का कहना है की इससे दूर दूर से आने वाले भक्तों को काफी सहूलियत रहेगी वे किसी भी सम्बन्ध में पूछताछ या समस्या हेतु मंदिर के कर्मचारियों को आसानी से पहचान के संपर्क कर पाएँगे।

       ज्ञात हो की श्रावण मेले के दौरान ही नहीं वरन वर्ष के अन्य महीनों में भी जागेश्वर धाम में भी श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है। ऐसे में किसी भी जानकारी के लिए श्रद्धालुओं को काफी दुविधाओं का सामना करना पड़ता था। कर्मचारियों के निश्चित वेशभूषा होने से अब श्रद्धालुओं को काफी सुविधा रहेगी। 

       श्रद्धालुओं की मानें तो प्रबंधक का ये निर्णय काफी सराहनीय प्रतीत हो रहा है।  धाम में आये श्रद्धालुओं का कहना है की निश्चित वेशभूषा में कर्मचारियों को पहचानना काफी आसान हो रहा है जिसके द्वारा वो मंदिर से सम्बंधित जानकारियां आसानी से प्राप्त कर पा  रहे हैं ।