पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी द्वारा प्रदेश के नगरों में आवारा कुत्तों की बढ़ती हुई समस्या को देखते हुए तथा आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को नोच-नोच कर खा जाने की घटनाएँ जिसकी पिछले दिनों से समाचार पत्रों के माध्यम से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सेवा निवृत्त डा० सफदर खॉन तथा बिलारी मुरादाबाद में एक मासूम बच्चे को तथा कन्नौज में एक आठ साल के बच्चे को कुत्तों के द्वारा नोच-नोच कर खा जाने की घटनाऐं मिल रहीं हैं जिस पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है । इस सम्बन्ध में केन्द्रीय मंत्री पशुपालन, भारत सरकार, केन्द्रीय राज्य मंत्री पशुपालन भारत सरकार, पशुपालन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार, सचिव, पशुपालन, भारत सरकार सचिव पशुपालन, उत्तराखण्ड सरकार, निदेशक, शहरी विकास, निदेशक, उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड, जिलाधिकारी अल्मोड़ा तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अल्मोड़ा को इस सम्बन्ध में पत्र लिखकर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की गयी है । तथा सुझाव दिया गया है कि वर्तमान में जो नीति है उससे समाधान नहीं हो पा रहा है तथा उन नियमों में परिवर्तन लाने तथा सही-सही समाधान खोजने के लिए केन्द्र सरकार वर्तमान कानूनों में संशोधन किये जाने हेतु वस्तु स्थिति से मा० उच्चतम न्यायालय को अवगत कराते हुए पुर्नविचार याचिका दायर करें, ताकि आवारा कुत्तों से लोगों को हो रहीं समस्या का समाधान किया जा सकें। साथ ही यह भी अनुरोध किया गया है कि शासन द्वारा आवारा कुत्तों के बन्ध्याकरण के लिए जिन संस्थाओं को पंजीकृत किया गया है उनमें से किसी संस्था को शासन द्वारा निर्धारित दर पर कार्य करने हेतु अल्मोड़ा भेजा जाय, ताकि आवारा कुत्तों का बन्ध्याकरण कराया जा सकेँ । साथ ही यह भी अवगत कराया गया है कि यदि ऐसी संस्थाऐं शासन / निदेशालय के आदेशों को नहीं मानती है तो उनके लाइसैन्स समाप्त कर दिये जॉय ।

पालिका द्वारा पिछले वर्षों में वर्ष 2020 तक 1116 कुत्तों (श्वान पशुओं) का बन्ध्याकरण किया जा चुका है । वर्तमान में बन्ध्याकरण कराये जाने के लिए शासन द्वारा अधिकृत संस्थाओं से लगातार सम्पर्क में है, तथा पालिका 1 का प्रयास रहा है कि शीघ्र ही कोई संस्था यहाँ पर आकर आवारा कुत्तों का बन्ध्याकरण का कार्य करें। जिसके लिए पालिका निरन्तर प्रयास करती आ रही है । विश्वास है कि शीघ्र ही अल्मोड़ा नगर में आवारा कुत्तों का बन्ध्याकरण करने का कार्य प्रारम्भ हो सकेगा ।