अल्मोड़ा-प्रेस को जारी एक बयान में कांग्रेस नगर महामंत्री संगठन वैभव पाण्डेय ने कहा कि लगातार दो बार से अल्मोड़ा पिथौरागढ़ संसदीय सीट से भाजपा सांसद अजय टम्टा की जनहित में कोई भी उपलब्धि नहीं है।अल्मोड़ा के परिपेक्ष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए तक सांसद रत्ती मात्र भी कुछ नहीं कर पाए। स्वास्थ्य सुविधा मूलभूत सुविधा है लेकिन अल्मोड़ा की जनता को ना तो महिला चिकित्सालय में ना ही जिला चिकित्सालय में और ना ही मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पा रही हैं।अल्मोड़ा का मेडिकल कालेज सहित जिला और महिला अस्पताल मात्र रेफरल सेन्टर बनकर रह गया है।भाजपा सरकार में जिला चिकित्सालय के चिकित्सक खुले आम प्राईवेट कम्पनियों की हजारों रूपयों की महंगी दवाईयां गरीब जनता को लिख रहे हैं। लेकिन ना तो भाजपा के सांसद और ना ही भाजपा से स्वास्थ्य मंत्री ने इसका संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि जब सांसद पिछले दस वर्षों में अल्मोड़ा की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं तक नहीं दे पाएं तो किस विकास कार्य की बात आज वे कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज में आज तक ब्लड बैंक तक नहीं आ पाया क्या इसकी जिम्मेदारी सांसद लेंगे? उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा की सड़कें और लिंक मार्ग पांच साल से बदहाल स्थिति में हैं।क्या इन सड़कों पर सांसद कभी बोले?वैभव पाण्डेय ने कहा कि भाजपा कार्यालय के सामने का लिंक मार्ग विगत दो वर्षों से गधेरा बना हुआ है।जब सांसद अपनी पार्टी के कार्यालय की सड़क को ही ठीक नहीं करा पाए तो अन्य सड़कों के लिए वे क्या कर पाएंगे ये सोचनीय विषय है। उन्होंने कहा कि विकास का डंका पीटने वाली भाजपा सरकार और उसके नुमाइंदे यदि सांसद के कोई पांच कार्य बता दें तो बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों का डंका पीटने वाली भाजपा सरकार में विगत दिवस टिकट मिलने पर सांसद प्रत्याशी के द्वारा केवल अपने कार्यकर्ताओं के साथ जो रैली निकाली गयी थी उससे केवल जनता की फजीहत हुई। मुख्य डाकघर से चौहानबाटा तक लगे एक घण्टे के लम्बे जाम ने केवल जनता को परेशान करने का काम किया। उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को रोजगार देने की दिशा में सांसद के द्वारा कोई पहल नहीं की गयी। अल्मोड़ा में सैकड़ों लोगों को रोजगार देने वाली एक मात्र फैक्ट्री आल्प्स बन्द हो गयी लेकिन उस वक्त सांसद का एक बयान तक नहीं आया। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा का युवा आज बेरोजगारी का दंश झेल रहा है लेकिन सांसद दस वर्षों से मौन हैं। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ आज भी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली झेल रहा है लेकिन सांसद मौन हैं। उन्होंने कहा कि अगर सांसद मौनी बाबा बनकर ही रहेगा तो ना क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा,ना ही जनता की मूलभूत आवश्यकताएं स्वास्थ्य,सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि यदि सांसद ने विकास कार्य किए हैं तो जनता के सामने आएं और अपने पिछले कार्यकाल के कोई पांच कार्य जनता के सामने रखें।