अल्मोड़ा : मानस खंड विज्ञान केंद्र अल्मोड़ा का उद्घाटन 10 मार्च को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी एवं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा संपन्न होगा यह जानकारी आज प्रेस वार्ता में डॉक्टर जी एस रौतेला द्वारा दी गई डॉक्टर रौतेला यूकोस्ट के सलाहकार पद पर कार्यरत हैं उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद  के सहयोग से राज्य में विज्ञान और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड मंदिर मिशन और चार धाम महामार्ग विकास परियोजना के हिस्से के रूप में अल्मोड़ा में मानसखंड विज्ञान केंद्र विकसित किया है। विज्ञान केंद्र के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
• वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मनोदृष्टि विकसित करने और लोगों के बीच सामान्य जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से तथा उद्योग और मानव कल्याण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास और उनके अनुप्रयोगों को चित्रित करना।
• महत्वपूर्ण ऐतिहासिक वस्तुओं, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के विकास में मील के पत्थर का प्रतिनिधित्व करते हैं, को इकट्ठा करना, पुनर्स्थापित करना और संरक्षित करना,
• विज्ञान शिक्षा और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञान संग्रहालय प्रदर्शनियों, प्रदर्शन उपकरणों और वैज्ञानिक शिक्षण सहायक सामग्री को डिजाइन, विकसित और निर्मित करना।
• प्रदर्शनियों, सेमिनारों, लोकप्रिय व्याख्यानों, विज्ञान शिविरों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करके छात्रों और जनमानस के लाभ के लिए शहरों, और ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाना।
• स्कूलों और कॉलेजों में दी जाने वाली विज्ञान शिक्षा को पूरक बनाना और छात्रों के बीच वैज्ञानिक खोज, अनुभवात्मक शिक्षा, नवाचार और रचनात्मकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए स्कूल से बाहर विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों का आयोजन करना।
• विज्ञान शिक्षकों/छात्रों/युवा उद्यमियों/तकनीशियनों/विकलांगों/गृहिणियों और अन्य लोगों के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के विशिष्ट विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
• विज्ञान प्रदर्शनियों और प्रदर्शन सहायता के विकास के लिए केंद्र स्थापित करना
मानसखंड विज्ञान केंद्र, अल्मोडा में सुविधाएं:
1. जलवायु परिवर्तन पर अत्याधुनिक इंटरैक्टिव गैलरी
2. फन साइंस पर इंटरैक्टिव और सहभागी प्रदर्शनी
3. पारंपरिक चिकित्सा पर प्रदर्शनी
4. खगोल विज्ञान पर शो के लिए तारामंडल
5. इनोवेशन हब- छात्रों को नवाचार के लिए प्रेरित करने की सुविधा
6. विज्ञान गतिविधियों, व्याख्यानों और सेमिनारों के लिए सभागार
7. साइंस पार्क
मानसखंड विज्ञान केंद्र के कुछ महत्वपूर्ण अपेक्षित परिणाम और प्रभाव इस प्रकार हैं:
1. शैक्षिक संवर्धन
2. विज्ञान शिक्षा को प्रयोगयतमक एवं अनुभवात्मक बनाना
3. सामुदायिक सहभागिता
4. कौशल विकास
5. विज्ञान और प्रौद्योगिकी में कैरियर मार्गदर्शन
6. विज्ञान को लोकप्रिय बनाना
7. विद्यार्थियों में विज्ञान, गणित , एवं प्रौद्योगिकी में रुचि , बढ़ाना,  नवाचार के लिए प्रेरित करना

मानसखंड क्षेत्र जो टोंस नदी से काली नदी तक जाना जाता है इस क्षेत्र उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के द्वारा सुनौला स्यालीधर अल्मोड़ा में मानसखंड विज्ञान केंद्र की स्थापना की गया है यह विज्ञान केंद्र मानसखंड क्षेत्र के कस्बों तथा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में छात्रों छात्राओं तथा जनमानस में विज्ञान के प्रति उत्सुकता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ाने का काम करेगा। यह केंद्र भविष्य में पूरे राज्य एवं क्षेत्र के लिए एक मॉडल के तौर पर काम करेगा।  मुख्यमंत्री के सफल मार्गदर्शन में हुआ है इसी तर्ज पर उन्होंने पूरे राज्य के जिलों में विज्ञान केंद्रों के स्थापना हेतु प्रस्ताव पारित कर दिया है। पत्रकार वार्ता में डॉक्टर से स एस सामंत डॉ प्रियांशु जोशी अल्मोड़ा विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ नवीन जोशी उपस्थित थे।