उत्तराखंड के चमोली जनपद में कायर्रत नाबाडर् द्वारा प्रायोजित “पवर्तीय कृषि हेतु उन्नत उत्पादन तकनीकी” विषय पर तीन दिवसीय ;14-16 मार्च, 2022द्ध प्रशिक्षण कायर्क्रम               भाकृअनुप-विवेकानन्द पवर्तीय कृषि अनुसंधान संस्थान के प्रयोगात्मक प्रक्षेत्र हवालबाग में आयोजित  किया गया। इस प्रशिक्षण कायर्क्रम में उत्तराखंड के चमोली एवं रुद्रप्रयाग जनपदों के कुल 25 किसानों ने प्रतिभागिता की जिन्हें श्री नंदा देवी महिला लोक विकास समिति, चमोली द्वारा एफ.पी.ओ. में संयोजित किया गया था। प्रशिक्षण कायर्क्रम में विषय विशेषज्ञों द्वारा किसानों को पवर्तीय क्षेत्रों में उत्पादित होने वाली प्रमुख फसलों की उत्पादन तकनीकीए जैविक तथा प्राकृतिक कृषि, तथा फसलों में रोग एवं कीट प्रबन्घन की जानकारी दी गयी। साथ ही किसानों को इन फसलों की खेती में आने वाली समस्याओं का निराकरण किया गया।          
प्रशिक्षण कायर्क्रम में आजीविका की अन्य विधाओं जैसे बेमौसमी सब्जी उत्पादन, विभिन्न सब्जी फसलों का बीजोत्पादन, मौन पालन, बेमौसमी सब्जी उत्पादन, आदि के विषय भी शामिल किए गए तथा कृषि में सूचना तकनीकी के उपयोग पर भी जानकारी दी गई। विभिन्न तकनीकों के व्यवहारिक प्रदशर्न हेतु प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया। इसके अलावा कृषकों को कृषि कायोर् में प्रयुक्त होने वाले छोटे कृषि यंत्रों तथा विभिन्न फसलों की मढ़ाई और गहाई हेतु संस्थान द्वारा विकसित यंत्रों के बारे में भी जानकारी प्रदान की गयी।
प्रशिक्षणाथिर्यों द्वारा सम्पूणर् कायर्क्रम को शिक्षाप्रद व सूचनात्मक बताया गया तथा कृषकों ने भविष्य में संस्थान में आकर विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कायर्क्रम में सहभागिता की इच्छा व्यक्त की। कायर्क्रम का समन्वयन डॉ0 कुशाग्रा जोशी, अमित कुमार और अमित पश्चापुर द्वारा किया गया। डा निमर्ल हेड़ाऊ, फसल सुधार विभागाध्यक्ष ने एफ.पी.ओ. की सफलता पर बधाई दी तथा भविष्य में भी   कृषि में सहयोग के लिए आश्वासित किया।