अल्मोड़ा – जिलाधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में नवीन कलेक्ट्रेट में जनपद में जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं की भौतिक/वित्तीय प्रगति, अवशेष नई तथा पुनरीक्षित डी0पी0आर0 पर चर्चा एवं अनुमोदन के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने पेयजल निगम अल्मोड़ा, रानीखेत, भिकियासैण, उत्तराखण्ड जल संस्थान अल्मोड़ा, रानीखेत एवं सिंचाई विभाग अल्मोड़ा द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत वर्तमान में किये गये भैतिक कार्यों व अवशेष कार्यों की प्रगति ली। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एफएचटीसी(कार्यात्मक घरेलू नल कनैक्षन) के लक्ष्य को माह दिसम्बर, 2023 तक पूर्ण करना सुनिष्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये जल जीवन मिषन के अन्तर्गत अवशेष नई तथा पुनरीक्षित डीपीआर में धनराशि की मांग बढ़ गयी है उसकी पूर्ण जानकारी डीपीआर बनाते समय स्पष्ट उल्लेख किया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन ग्रामों में इस योजना का कार्य अन्तिम चरण में है उस कार्य को समय से पूर्ण करना सुनिष्चित करे। उन्होंने निर्देश दिये कि जहां पर पुनरीक्षित डीपीआर बनाने की आवश्यकता पड़ रही है उसमें उन सभी बिन्दुओं की जानकारी का उल्लेख किया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यों को तेज गति से करते हुये 31 दिसम्बर, 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने कहा कि यह योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसे मार्च 2024 तक पूर्ण किया जाना है। जिलाधिकारी ने थर्ड पार्टी द्वारा जनपद में पेयजल योजनाओं का सत्यापन किये जा रहे कार्यों की समीक्षा सम्बन्धित अधिकारियों से की।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जहां पर इनक कार्यों की निविदा प्रक्रिया अभी तक पूर्ण नहीं हो पायी है वहां निविदा प्रक्रिया का पूर्ण करते हुये कार्य प्रारम्भ किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यों के संचालन हेतु ठेकेदारों से भी समय समय पर वार्ता की जाए तथा ठेकेदार को कार्य को तेजी से करने हेतु निर्देशित किया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस कार्य में मैनपावर को बढ़ाया जाय ताकि योजना अपने समय से पूर्व पूर्ण हो सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंण्डे, परियोजना निदेशक पुष्पेन्द्र सिंह सहित सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।