अल्मोड़ा – जिला कांग्रेस के प्रवक्ता निर्मल रावत ने कहा कि द्वाराहाट का निदेशक प्रकरण पूर्ण रूप से संघ और भाजपा की सोची समझी रणनीति का परिणाम है। क्योंकि द्वाराहाट सीट पर भाजपा प्रत्याशी और मुख्यमंत्री के करीबी नजदीक से कांग्रेस प्रत्याशी मदन बिष्ट से पटखनी खा चुके हैं, ऐसे में भाजपा और संघ ये हार पचा नहीं पा रही जिसके बाद वो क्षेत्र में अनावश्यक भ्रम और अधिकारियों को अपने पक्ष में कर स्थानीय विधायक और कांग्रेस के लोगों को जनता की आवाज उठाने से रोक देना चाहते हैं।
निर्मल रावत ने कहा कि उक्त अधिकारी पिछले कई समय से पूर्ण रूपेण संघ और भाजपा से इशारे पर काम कर रहा था, जिसके कारण वहां काम कर रहे लोगों के साथ अन्याय की स्थिति बनी हुई थी, लगातार यह स्थिति नहीं सुधरी तो विधायक का गुस्सा स्वाभाविक था, जब विधायक के क्षेत्र में अधिकारी ऐसे मनमौजी रवैया अपनाकर विधायक को नजरंदाज करेंगे तो आक्रोश निश्चित ही उभरेगा, उसी की परिणिती उक्त प्रकरण में हुई है।
पर जिस तरह से उक्त घटना का वीडियो घटना के तुरंत बाद सीधा भाजपा सोशल मीडिया और पदाधिकारियों को बांटा गया है और अपने बयानों में पार्टी विशेष के प्रति भाव प्रदर्शित किया जा रहा है, उससे स्पष्ट है कि उक्त अधिकारी भाजपा से नियंत्रित हो रहा था।
जिला प्रवक्ता निर्मल रावत ने कहा कि जो भी अधिकारी जनता की आवाज को नजरंदाज करेगा या दबाने की कोशिश करेगा, उसे आम जनता के बीच में बेनकाब किया ही जाना चाहिए और किया जाएगा।
रावत ने कहा कि चूंकि विधायक मदन बिष्ट कभी भी किसी तरह से सरकार या भाजपा के दबाव में नहीं आते हैं और डटकर भाजपा का मुकाबला, अपनी विधानसभा में ही नही, प्रदेश भर में करते हैं, इसलिए भाजपा उनको बदनाम करने का षडयंत्र करती रहती है। पर ऐसे प्रयासों का स्थानीय विधायक ने पहले भी दिया है और आगे भी ठोस जवाब दिया जाएगा।