चम्पावत –
जनपद में शिक्षा के उन्नयन के विशेष प्रयास हेतु जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भण्डारी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों में साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई।
बैठक के में जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा के अनुसार प्रथम चरण में जिले के 100 विद्यालयों का रूपांतरण किए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जो आगामीमी सप्ताह में माननीय जनपद प्रभारी मंत्री जी द्वारा आयोजित बैठक में प्रस्तावित किया जाएगा।
इसके साथ साथ ही जिले में शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जनपद के 50 विद्यालयों को मॉडल के रूप में लिया जाएगा और उन सभी विद्यालयों की हर माह मॉनिटरिंग की जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा जो विद्यालय और शिक्षक अच्छा प्रदर्शन करेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही जिन अध्यापकों और विद्यालयों द्वारा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया जाएगा उनकी ए0सी0आर0 में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज की जाएगी।
इन विद्यालयों की निरंतर मॉनेटरी होगी साथ ही यह भी देखा जाएगा कि छात्र कितना अच्छा प्रदर्शन व प्रगति कर रहा है। यदि बच्चे का प्रदर्शन अच्छा नहीं पाया जाता तो अध्यापकों को डाइट में प्रशिक्षण कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड के दौरान जिन छात्रों का डेढ़ या दो वर्ष का लर्निंग गैप हुआ है उनका “विद्या सेतू” कार्यक्रम के अंतर्गत अच्छे अध्यापकों द्वारा कान्फ्रेंस के माध्यम से बताया जाएगा कि बच्चों द्वारा कितना अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा की कोविड-19 लर्निंग गैप उत्पन्न हुआ था उसमें हमें एक सेतु का निर्माण करना है। जिससे छात्रों के भविष्य उज्ज्वल हो सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना से जनपद के विद्यालय ठीक किए जायेगे। माननीय जनपद प्रभारी मंत्री द्वारा जिला योजना की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। साथ ही माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में मा0 मुख्यमंत्री घोषणानुसार जनपद के 100 विद्यालयों का रूपांतरण किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि प्राथमिक शिक्षा में उन्नयन हेतु एक नई पहल करते हुए कक्षा 1 तथा कक्षा 3 में अध्ययन करने वाले बच्चों के पठन पाठन में सुधार हेतु लर्निंग पेपर तैयार किया जाएगा इनका वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन कराया जाएगा, इस हेतु जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान(डाईट) द्वारा तीन दिन में पेपर तैयार करेंगे। उसी पेपर से इन सभी विद्यालयों में प्रत्येक मांह पेपर आयोजित किए जाएंगे। जिससे बच्चों के पठन पाठन में सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्यालयों की वस्तुनिष्ठ श्रेणी निर्धारित की जाएगी,अच्छा कार्य करने वाले विद्यालयों एवं शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा जिन शिक्षकों द्वारा बेहतर प्रतिफल प्राप्त नहीं कराया जाएगा उन्हें डाइट में प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ ही लापरवाही पर संबंधित को प्रतिकूल प्रविष्टि भी संस्तुति की जाएगी
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक समस्त खंड शिक्षा एवं उप खण्ड शिक्षा अधिकारी व अन्य उपस्थित रहे।