धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में ग्राम सभा पहल की अनेकों महिलाओं द्वारा आज जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें मंच द्वारा उल्लेख किया गया कि कोरोनाकाल के चलते तथा उसके उपरांत मनरेगा कर्मियों की हड़ताल के चलते मनरेगा पर आश्रित मजदूरों का जीवन यापन अंत्यंत मुश्किल हो गया है। न्यूनतम मजदूरी का आनलाईन प्रमाण पत्र अथवा मस्टरोल में साल भर में 90 दिनों की मज़दूरी कोरोनाकाल में मनरेगा में काम न मिल पाने के कारण व्यवहारिकता में संभव नहीं हो पा रही है,जिस कारण श्रमिक न तो श्रम कार्ड रिन्यू कर पा रहे है और ना ही नये कार्ड बना पा रहे है,जिससे अनेकों श्रमिक केंद्र व राज्य सरकार की सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। तथा महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न योजनाओं के तहत प्रशिक्षण तो कराया जाता है किंतु प्रशिक्षण से सम्बंधित काम नही मिल पाता है,जिस कारण प्रशिक्षण से प्राप्त योग्यता का महिलायें फायदा नही ले पाती है।

जिलाधिकारी ने आश्वासन देते हुए कहा कि इन समस्याओं को शीघ्रता से शासन स्तर तक पहुंचाया जायेगा।

धर्मनिरपेक्ष युवा मंच संयोजक विनय किरौला ने बताया कि लगातार मंच द्वारा शासन प्रशासन तक इन व्यवहारिक समस्याओं को पहुंचाया जा रहा है।

तथा मंच पुरजोर माँग भी करता है कि प्राथमिकता के साथ श्रम कार्ड के नवीनीकरण में आ रही तकनीकी दिक्कतों तथा महिला समूहों को मिलने वाले लोन में आ रही व्यवहारिक समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए शासन प्रशासन आवश्यक कार्यवाही करें।

ज्ञापन सौपने वालों में धर्म निरपेक्ष युवा मंच संयोजक विनय किरौला, मीडिया समन्वयक मयंक पंत,ब्लाक समन्वयक बिशन सिंह बिष्ट,निरंजन पांडेय,संतोष कुमार,कमलेश सनवाल,तुलसी कनवाल,नन्दी कनवाल,विमला कनवाल,प्रेमा कनवाल,धना देवी,शांति कनवाल,पुष्पा कनवाल,आशा कनवाल,हीरा कनवाल,अनीता कनवाल,पाना देवी इत्यादि मौजूद रहे।