अल्मोड़ा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय थिएटर इन एजुकेशन कार्यशाला का समापन डायट के प्रभारी प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा द्वारा किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री गैड़ा ने कहा कि गतिविधि आधारित शिक्षण से सीखने की प्रक्रिया तीव्र होती है। कार्यक्रम समन्वयक ललित मोहन पांडे ने थिएटर इन एजुकेशन से संबंधित विभिन्न विधाओं की जानकारी दी और कहा कि यह प्रशिक्षण डी एल एड प्रशिक्षणार्थियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
सोल डाइट फाउंडेशन नई दिल्ली के संदर्भ दाता श्रीमती डिंपल मेहता, सिमरन नागपाल, सोनाली कौंडाल द्वारा थिएटर इन एजुकेशन के अंतर्गत स्टोरी टेलिंग, बहुभाषिकता, सृजनात्मकता ,भाषाई कौशल, संप्रेषण कौशल ,नाटक, कहानी व कविता के माध्यम से भाषा, गणित ,विज्ञान और सामाजिक विज्ञान को और रूचिपूर्ण बनाने की जानकारी दी ।डी .एल. एड .प्रशिक्षुओं को दी तथा उन्हें गतिविधि आधारित रोचक कहानी ,कविता का अभ्यास भी कराया गया। इस अवसर पर डाइट के डॉक्टर बी सी पांडे, डॉ दीपा जलाल ,डॉसरिता पांडे, डॉ हरीश जोशी, पुष्पा बोरा, अशोक वनकोटी, एमएस भंडारी एल एम पांडे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर हरीश जोशी एवं ललित मोहन पांडे द्वारा किया गया। शोल डाइट फाउंडेशन ,नई दिल्ली के संदर्भ दाताओं को डाइट द्वारा कुमाऊं का प्रसिद्ध शॉल और डाइट अल्मोड़े के ऐतिहासिक भवन का चित्र भेंट किया गया।