अल्मोड़ा -उत्तराखंड में लगातार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए आदेश पारित करते रहें है। मुख्यमंत्री हर बार अधिकारियों को निर्देशित करते आये है की प्रदेश कि सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाये।  विभाग भी सड़कों में काम कर रहा है। परतु इस ठण्ड के समय पूर्व में जो  देखा था की सर्वप्रथम डामर को और रोड़ी की सड़क के किनारे काफी गर्म किया जाता था तत्पश्चात गड्ढे से पूर्ण तरह मिटटी साफ करके तत्पश्चात गर्म किये गए डामर को गलाकर डाला जाता था उसके पश्चात डामर रोड़ी मिक्स सोलुशन को रोड में डाल कर उसके ऊपर बाहरी भरकम रोडरोलर को  कई बार चलाया जाता था।  पर इस बार विभाग की टेक्नोलॉजी कुछ अलग ही है गड्ढे को कुछ साफ किया और फिर एक रेडीमेट बना मसाला जो पूर्ण रूप से जमा हुआ है। जिसके तोड़ने में भी काफी मशक्कत का सामना मजदूर को करना पड़ रहा है उसे गड्ढे वाली जगह में तोड़ तोड़ कर बिछाया  जा रहा है उसके उपरांत उसको थोड़ा औजारों से पीटा  जा रहा है और पैरों से कुचल कर दबाने का प्रयास किया जा रहा है  और बाकी का काम करते है उस मार्ग से आने जाने वाले वाहन।  जिस जगह पूरे दिन पाला नहीं सूखता है आखिर वहां ये पेंच किस तरह जम पायेगा ये तो विभाग ही जाने। हाँ पर एक बात तो  है मुख्यमंत्री के आदेश का पालन तो बखूबी सड़कों पर नजर आ रहा है अब वह चाहे कुछ दिन के लिए ही क्यों न हो। सरकार जनता से जो टैक्स लेती है उसका उपयोग प्रदेश के विकास कार्यो में होता है तो क्या जनता की इस गाड़ी कमाई का उपयोग सही हो रहा है ये तो सरकार या उसके नुमाइंदे ही बताये। हाँ पर विभाग ने बखूबी अपना काम तो अपने नंबर बढ़ाने के लिए कर ही दिया है।  आखिर विभाग करे भी क्यों नहीं खानापूर्ति करके बजट भी खपाना है और आदेशों का पालन भी करना है। भले ही यह कार्य धरातल पर मखौल ही क्यों न हो।

योजनाएँ तो अव्वल पर धरातल पर मखौल The plans are a mockery at the top but on the ground

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सत्य पथ न्यूज़

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