हिमालयन ग्राम विकास समिति व उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून के द्वारा सी.एन.आर राव एजुकेशनल फाउण्डेसन के सहयोग से दो दिवसीय साइस आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन चम्पावत में किया जा रहा है। कार्यक्रम में जववाहरलाल नेहरू सेंटर फार एडवाश साइंटिफिक रिसर्च बेंगलुरू, आई आई टी मुम्बई, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान मोहाली कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय पन्तगर के 14 वैज्ञानिक प्रतिभाग कर अपने व्याख्यानों और प्रयोगों से बच्चों की जिज्ञासा का समाधान कर रहे हैं।

रविवार को कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अवसर पर महान रसायन विज्ञानी भारत रत्न प्रो.सी.एन. आर. राव और उनकी धर्मपत्नी प्रो. इन्दुमति राव, कार्यक्रम के प्रणेता प्रख्यात भूविज्ञानी पद्मभूषण स्वर्गीय प्रो. खड्ग सिह वल्दिया की धर्मपत्नी श्रीमती इंदिरा वल्दिया, भारतीय विज्ञान अकादमी के प्रेसीडेंट प्रो. उमेश वाघमरे, प्रो. बी.डी. लखचौरा, यूकोस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पन्त, मुख्य शिक्षा अधिकारी चम्पावत आर. सी. पुरोहित आदि रहे।
इस अवसर पर वर्चुअली जुड़े प्रो राव ने अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि भारत को विज्ञान और तकनीकी से ही हम विकसित कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों का आह्वान किया कि आप जब शिक्षित होकर कुछ अनुसंधान करते हैं तो उसका पूरी मानव सभ्यता को लाभ मिलता है। इसलिए अब भारत को आगे बढ़ाने का कार्य भविष्य के वैज्ञानिकों पर निर्भर है।
इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पन्त ने उत्तराखण्ड राज्य की ओर से प्रो. सी. एन. आर. राव सहित सभी वैज्ञानिकों और विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया। उन्होंने प्रो. खड्ग सिंह वल्दिया को याद करते हुए उन्हें अपनी ओर से श्रद्धाजलि दी। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री पुष्कार सिंह धामी की ओर से भी कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएं प्रदान की।
इस अवसर पर साइंस आउटरीच कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम के टीम लीडर प्रो बी लखचौरा ने बताया कि 2009 में प्रो. वल्दिया ने हिमालयन ग्राम विकास समिति के साथ इस कार्यक्रम को प्रारम्भ किया। 2011 से प्रो.सी.एन.आर राव का सहयोग प्राप्त होने से इस कार्यक्रम को उत्तराखण्ड के सीमान्त जनपदों के छात्रों व शिक्षकों को लाभ मिल रहा है, अभी तक इस कार्यक्रम से 28240 से अधिक छात्र व शिक्षक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर चुके हैं। समापन सत्र में मुख्य शिक्षा अधिकारी आर. सी. पुरोहित ने सभी वैज्ञानिकों और हिमालयन ग्राम विकास समिति का धन्यवाद करते हुए इस तरह के कार्यक्रमों को व्यापक स्तर पर करने की बात कही।
प्रथम दिवस के कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रो. शीवा वासु ने वायोलाजिकल क्लाक व उसकी कार्यपद्धति, प्रो. राज कुमार पन्त ने हवाई जहाज के बारे में बताया। उन्होंने हवाई जहाज के माडल को दिखाकर भी समझाया। गणित के विषय विशेषज्ञ बी.एस कोरंगा ने ठोस ज्यामिति के बारे में जानकारी देने के साथ ही गणित विषय की उपयोगिता के बारे में भी बताया।
प्रो. उदय रंगा ने टेल आफ वायरस के बारे में बताया। प्रो विद्याधिराजा ने भौतिकी पर कई प्रयोग कर जानकारी दी।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी चंपावत आर सी पुरोहित,खण्ड शिक्षा अधिकारी भारत जोशी,प्रधानाचार्य जीआइसी उमेद सिंह बिष्ट,प्रधानाचार्या जीजीआईसी भुवनेश्वरी,हिमालयन ग्राम विकास समिति के निदेशक राजेन्द्र बिष्ट, के अतिरिक्त नवीन चन्द्र पन्त,नीरज पाण्डेय, मनोज जोशी,एम पी जोशी,प्रो०आनन्द सिंह जीना,जय श्री सनवाल
प्रो० राजीव कापडी,डॉ अरुण पंचाशील,जय चन्द्रा,प्रहलाद सिंह अधिकारी, हेमन्त बिष्ट सहित स्कूली छात्र छात्रा आदि उपस्थित रहे।