निदेशक गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान कोसी, कटारमल अल्मोड़ा, प्रो0 सुनील नौटियाल ने 20.1.2023 को माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से शिष्टाचार भेंट की। अपनी इस मुलाकात के दौरान निदेशक प्रो0 सुनील नौटियाल ने संस्थान की विभिन्न शोध एवं विकास गतिविधियों के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने चम्पावत जिले में चल रहे शोध एवं विकास कार्यों जैसे औषधीय पादपों का संरक्षण एवं संवर्धन, फूलो की खेती, अवक्रमित भूमि का पुर्नस्थापन, जल स्रोतों के जीर्णोधार, पर्यावरण योजना आदि के बारे में जानकारी दी। निदेशक प्रो0 नौटियाल ने कहा कि कैसे संस्थान हिमालयी विकास हेतु विभिन्न कार्य कर रहा है। तत्पश्चात प्रो0 नौटियाल ने मुख्य सचिव उत्तराखण्ड डा0 सुखबीर सिंह संधु से मुलाकात कर संस्थान में चल रहे विभिन्न शोध एवं विकास गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। उन्होने कहा कि संस्थान किसानों की आय दुगना करने हेतु विभिन्न प्रकार की तकनीकियों जैसे औषधीय पादपों की खेती, संरक्षित खेती, चीड़ की पत्तियों से वने बॉयोंब्रिकेट, फाईल राखियाँ आदि को समाज में बढ़ावा दे रहा है। जिससे एक तरफ किसानों की आय में बढोत्तरी हो और दूसरी तरफ पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान हो सके। चीड़ की पत्तियों से बने उत्पाद न केवल हमारी आय के अच्छे स्रोत बनते जा रह हैं वहीँ इससे पर्यावरणीय खतरों से जैसे आग लगने की घटनाओं में कमी होगी। मुख्य सचिव डा0 सुखबीर सिंह संधु ने संस्थान द्वारा चलाये जा रहे शोध एवं विकास कार्यक्रमों की सराहना की और ग्लेशियर का खिसकना, जल स्रोतों के जीर्णोधार, चीड़ के पत्तों से बने सामग्री, औषधीय पादप, जैव विविधता संरक्षण जैसे कार्यों को आगे बढ़ाने हेतु अपने सुझाव दिये। उन्होनें प्रदेश की तरफ से हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया।

संस्थान के निदेशक प्रो0 सुनील नौटियाल ने यूकॉस्ट के महानिदशक प्रो0 दुर्गेश पन्त से मुलाकात कर आगामी होने वाली विज्ञान काग्रेस के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की और इस साल की थीम रूरल साइंस कांग्रेस को सफलतापूर्वक संपन्न करने हेतु दोनो संस्थानों के प्रमुखों ने सहयोग देने की बात कही। प्रो0 दुर्गेश पंत ने कहा कि यूकॉस्ट हिमालयी संस्थान के साथ मिलकर कार्य कर रहे है और इस सहयोग को आगे बढ़ाने की जरूरत है।