अल्मोड़ा-सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में युवाओं द्वारा आगाज एक नई सोच एवं कल्प कॉर्नर द्वारा युवा पीढ़ी को अपनी सभ्यता,संस्कृति,कला से जोड़ने और उनकी योग्यता को एक नई दिशा देने के लिए कार्यक्रम का आगाज किया गया। उक्त कार्यक्रम में पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा मुख्य अतिथि के रुप में प्रतिभाग किया गया और युवाओं के साथ उनके भविष्य को लेकर विस्तृत संवाद किया गया।श्री कर्नाटक ने कहा कि छात्रा उपाध्यक्ष रूचि कुटौला और पंकज जायसवाल के द्वारा इस इवेंट को सफल बनाने के लिए जो मेहनत की गई है वह काबिल ए तारीफ है।कार्यक्रम को लेकर रूचि कुटौला ने कहा कि अल्मोड़ा में युवाओं की प्रतिभाओं को निखारने का यह छोटा सा प्रयास है तथा आगाज एक ऐसे युवाओं का समूह है जो समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का प्रयास करेंगी। इस अवसर पर कर्नाटक ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।उत्तराखंड ने हर क्षेत्र में प्रतिभाओं को देने का काम किया है।उन्होंने कहा कि आज हमें सिर्फ इन प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत है।इसके साथ ही उन्होंने युवा वर्ग से अपील भी की कि बेहद तेजी से समाज में फैल रही नशे रूपी जहर से युवा अपने को बचाये रखें व इससे दूर रहें।श्री कर्नाटक ने कहा कि युवाओं को एक बात स्पष्ट रूप से अपने दिमाग में बैठा लेनी चाहिए कि संकोच और जिझक नाम की कोई चीज नहीं होती।आज युवा संकोच और जिझक के कारण स्वयं की बात सामने नहीं रख पाते।उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि युवा अपने अंदर की झिझक को समाप्त करें क्योंकि इस झिझक से बाहर निकलने के बाद एक विशाल आसमान उनकी प्रतीक्षा कर रहा है जिसमे पंख फैलाकर युवाओं को ऊंची उड़ान भरनी है। कर्नाटक ने अपने संबोधन में कहा कि अगर युवा अर्जुन जैसा लक्ष्य लेकर चलेंगे तो उन्हें जीवन में आगे बढ़ने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।प्रत्येक युवा के अंदर भिन्न भिन्न योग्यताओं की खान है बस जरूरत है युवाओं को अपने भीतर छुपी हुई प्रतिभा,योग्यता को समझने व तराशने की। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद की कही एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए की उठो,जागो और तब तक चलो जब तक आप अपने लक्ष्य तक न पहुंच जाओ।इसके साथ ही कर्नाटक ने छात्रा उपाध्यक्ष रुचि कुटोला के द्वारा युवाओं के हित में आयोजित किए इस कार्यक्रम की सराहना की।श्री कर्नाटक ने कहा कि युवाओं को आवश्यक रूप से खेलों को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। खेलों से जहां एक ओर हमारा शारीरिक विकास होता है वहीं दूसरी ओर खेलों से हमारा मानसिक विकास भी होता है। इस इवेंट में राजस्थान से कवि उमेश गौतम पहुंचे तथा अल्मोड़ा को एक विशेष पहचान देने वाले गौरव मनकोटी को गेस्ट ऑफ द ऑनर सम्मान से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन हिना बिष्ट ने किया। कार्यक्रम में हर्ष काफर, विनोद सिजवाली, निजाम, नेहा सहित सैकड़ों छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।