पिथौरागढ़। जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने बाल संरक्षण कार्यों में जुटी पिथौरागढ़ की कार्ड संस्था जाखनी का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान डीएम यहां पर रखे गए पीड़ित बच्चों से मिले और मिष्ठान वितरण करते हुए उनका हाल पूछा। पीड़ित फूल जैसे नन्हें बच्चों के साथ  पूर्व में घटित क्रूर घटनाओं को जानकर डीएम भावुक और आहत नजर आए। उन्होंने बच्चों के संरक्षण के लिए् हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिया। डीएम ने कहा कि मुख्य शिक्षा अधिकारी के स्तर से बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने प्रोबेशन अधिकारी को बाल गृह बनाने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने की बात कही।

जिलाधिकारी ने कहा कि विगत चार वर्षों से संस्था को कोई फंड न मिलने के बावजूद भी संस्था द्वारा निर्तंर पीड़ित बच्चों का पालन पोषण करना बेहद सराहनीय और प्रशंसनीय कार्य है।  संस्था की आर्थिक तंगी और माली हालत को देखते हुए डीएम ने मौके पर ही संस्था के लिए कुछ फंड की व्यवस्था भी कराई। उन्होंने कहा कि पंजीकरण होने के बाद महिला कल्याण से संस्था को नियमित फंड उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान डीएम ने बच्चों के संरक्षण में लगे स्टाफ के संबंध में भी जानकारी ली और निश्वार्थ भाव से समाज सेवा में जुटे रहने पर उनके कार्यों की प्रशंसा की।

कार्ड संस्था ने जाखनी में समाज से पीड़ित बच्चों के लिए आश्रय बनाया है। संस्था के माध्यम से वर्ष 2016 से अनाथ, पोक्सो से पीड़ित और तस्करी से छुडाए गए बच्चों का लालन-पालन करते हुए उनको फिर से समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है। यहां पर अभी 12 बच्चों को संरक्षण दिया गया है। संस्था से जुड़े लोग निश्वार्थ भाव से अपने बच्चों की तरह ही इनका पालन पोषण कर रहे हैं और समाजसेवकों से उपलब्ध  संसाधनों की मदद से संस्था का संचालन कर रहे हैं।

कार्ड संस्था जाखनी के निरीक्षण के दौरान बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी भट्ट, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय गौरव, प्रोडेक्शन अधिकारी रीतू भट्ट, समिति के सदस्य रेखा रानी, जगदीश कालोनी, मनोज पांडेय, नेहा पांडेय, संस्था के सचिव सुरेंद्र आर्या आदि मौजूद थे।