कांग्रेस जिला महासचिव गीता मेहरा का कहना है कि सरकार दो मुंहे व्यक्तित्व का परिचय दे रही है। एक तरफ तो सरकार उज्जवला योजना चलाकर गरीब तबके को प्रलोभन दे रही है और दूसरी तरफ गैस के दाम बढ़ाकर एक आम आदमी की पहुंच से भी गैस सिलेंडर को बाहर करती जा रही है। इस कोरोना काल में जहां हर व्यक्ति आम जनता की भरपूर सहायता करने के लिए तत्पर है ऐसे में सरकार द्वारा गैस सिलेंडरों के दामों का इजाफा सरकार की दोहरी नीतियों का परिचय देता है सरकार खुद से महंगाई की मार जनता पर डालती चली जा रही है और लोगों से कोरोना काल में असहाय लोगों की मदद की अपील भी कर रही है। महंगाई की मार के चलते कोई भी व्यक्ति मदद के लिए इन परिस्थितियों में आगे आने से संकोच करेगा। सरकार की इस नीति से साफ जाहिर होता है कि सरकार केवल उद्योगपतियों के हित में कार्य कर रही है ना कि आम जनता पक्ष में। एक तरफ तो सरकार मुफ्त राशन वितरित करने की बात कह रही है और दूसरी तरफ से  महंगाई बढ़ाकर जनता से ही वसूल कर रही है, तो इस तरीके से कहा जा सकता है कि सरकार किसी भी प्रकार से आम जनता या निम्न वर्ग के हित में काम न कर उसकी विरोधी नीतियों पर काम कर रही है।

  मेहरा का कहना यह भी है कि इस तरह के कार्य सरकार द्वारा किया जाना बहुत ही निंदनीय है हम जिसका घोर विरोध करते हैं। अगर सरकार दाम वापस नहीं लेती है तो मजबूरन हमें सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।