गो0 ब0 पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, के ग्रामीण तकनीकी परिसर में महिला हाट संस्था द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय कार्यशाला, पिरूल से जैविक ईधन तैयार करने पर दिनांक 15 दिसम्बर 2023 को आयोजित की गयी। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में हवालबाग विकासखण्ड के चितई पन्त, एवं सिराड़ ग्रामों की 30 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का शूभारम्भ करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कार्यशाला संयोजक डा0 अशोक कुमार साहनी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की पृष्ठभूमि के विषय पर जानकारी दी। तत्पश्चात संस्थान की सामाजिक एवं आर्थिक विकास केन्द्र की प्रमुख डा0 पारोमिता घोष ने प्रतिभागियों को आजीविका वृद्धि हेतु कृषि में नयी-नयी तकनीकों का उपयोग करने को कहा। इस अवसर पर उपस्थित संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. एस. सी. आर्य ने किसानों को औषधीय पौधों को उगाकर आजीविका वृद्धि करने पर बल दिया। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित वैज्ञानिक डा. शैलजा पुनेठा ने प्रतिभागियों को बागवानी को व्यवसाय के रूप में अपनाने पर जोर दिया। प्रशिक्षण के दृतीय सत्र में संस्थान के वैज्ञानिक डा. हर्षित पन्त जुगरान ने पिरूल से जैविक ईंधन तैयार करने की विधि के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के अन्तिम सत्र में डा. दीपा बिष्ट एवं श्री. डी. एस. बिष्ट ने ग्रामीणों को पिरूल से जैविक ईंधन तैयार करने का विस्तृत प्रयोगात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया जिसमें ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कर स्वयं अपने आप पिरूल से बायोब्रिकेट तैयार किये और बहुत उत्साहित दिखे तथा इसे अपने गॉव में अपनाने की इच्छा जताई। प्रशिक्षण शिविर के प्रायोजक संस्था के प्रतिनिधि श्री राजेन्द्र काण्डपाल, पुष्पा एवं संजय ने प्रशिक्षण को ग्रामीणों के लिए बहुत उपयोग एवं लाभप्रद बताया तथा संस्थान का धन्यवाद करते हुए संस्थान से जुड़े रहने को कहा। कार्यक्रम का संचालन डा0 दीपा बिष्ट ने किया ।