भूमि बचाओ संघर्ष समिति फलसीमा में आज हुई बैठक की 13 मई को भू माफिया भगाओ पहाड़ बचाओ रैली में ढोल नगाड़ों के साथ शामिल होने का फैसला किया गया। इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड सरकारों की मिली भगत से गांव – गांव में माफियाओं की घुसपैठ हो रही है जिसके खिलाफ सड़क पर उतरना आज जनता की मजबूरी है।
अल्मोड़ा से सटे फलसीमा गांव में आज हुई बैठक में 13 मई को गांधी पार्क अल्मोड़ा से शुरू होने वाले प्रदर्शन में ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की गई। इस मौके पर भूमि बचाओ संघर्ष समिति के विनोद बिष्ट ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल के बाद पर्वतीय क्षेत्रों में भू माफियाओं की बढ़ती घुसपैठ को लेकर सरकार व हमारे चुने गए जन प्रतिनिधियों की चुप्पी हैरत में डालने वाली है। उन्होंने कहा कि अब जनता के पास सड़क पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बैठक में अल्मोड़ा व खास प्रजा क्षेत्र में भी रैली को सफल बनाने के लिए सघन जन संपर्क अभियान चलाने का फैसला लिया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड के अनेक जन संगठनों व आंदोलनकारियों ने इस रैली में शामिल होने की सूचना दी है और उत्तराखंड के अनेक जन संगठनों ने अपने अपने क्षेत्रों से भी आंदोलन के समर्थन में ज्ञापन देने की अपील की है।
बैठक में भूमि बचाओ संघर्ष समिति फलसीमा के बिशन सिंह बिष्ट, बलवंत सिंह बिष्ट, विनोद सिंह बिष्ट, किशन सिंह बिष्ट, दीवान सिंह बिष्ट के साथ एडवोकेट जीवन चंद्र उपपा महासचिव नारायण राम उत्तराखंड छात्र संगठन की भावना पांडे ने भी संबोधित किया।
बैठक में जनता से राज्य की अस्मिता की रक्षा के लिए रैली को सफल बनाने हेतु तन मन धन से सहयोग करने की अपील भी की गई।
बैठक में लक्ष्मण सिंह बिष्ट, संतोष बिष्ट, रेखा बिष्ट, मदन मोहन सिंह बिष्ट, सरोज बिष्ट, दीपा बिष्ट, कमला बिष्ट, सरस्वती देवी, हिमांशु बिष्ट, कमल सिंह बिष्ट समेत दर्जनों लोग शामिल थे।