रचिता जुयाल, एसएसपी अल्मोड़ा के निर्देशन पर सीओ आँपरेशन ओशिन जोशी के पर्यवेक्षण में जनपद की आँपरेशन मुक्ति टीम द्वारा ऑपरेशन मुक्ति” भिक्षा नहीं शिक्षा दें” अभियान के तहत नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रो में निरंतर भ्रमण कर शिक्षा ग्रहण नहीं कर रहे बच्चों को स्कूल में दाखिला करवाने के लिए चिन्हित किया जा रहा है।

*बच्चों के चिन्हिकरण की कार्यवाही*
जनपद की आँपरेशन मुक्ति टीम द्वारा नगर क्षेत्र में भ्रमण कर भिक्षा वृत्ति/बाल श्रम में लगे बच्चों की जानकारी हेतु बस स्टैण्ड/टैक्सी स्टैण्ड, मन्दिर परिसरों व होटल, ढाबों व निर्माणाधीन भवनों आदि की चैकिंग एवं लोगों से पूछताछ की जा रही है, इसी दौरान टीम को अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में नेपाली मूल के 16 बच्चे कूड़ा बीनते हुए दिखाई दिये, टीम द्वारा बच्चों के परिजनों की काउंसलिंग कर बच्चों के भविष्य के लिए शिक्षा के महत्व को समझाया गया, जिस पर परिजन अपने बच्चों की स्कूल भेजने के लिए राजी हो गये है, शिक्षा ग्रहण हेतु सभी बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिनका शीघ्र ही स्कूल में दाखिला कराया जायेगा।

*अब तक की कार्यवाही*
प्रथम चरण में अब तक *28 बच्चों को चिन्हित* किया गया है, जिनका शीघ्र ही स्कूल में दाखिला कराया जायेगा तथा *20 बच्चों का स्कूल में दाखिला* कराया जा चुका है।

*जागरूकता*
टीम द्वारा प्रत्येक दिन नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर बैनर, पोस्टर व पम्पलेट के माध्यम से लोगों को ऑपरेशन मुक्ति के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। लोगों से छोटे बच्चों से बाल श्रम ना करवाने व भिक्षा ना देने के लिए जागरुक करते हुए अपील की जा रही है की अगर आपको कही भी इस प्रकार से छोटे बच्चें भिक्षा मांगते हुए या बाल श्रम करते हुए दिखाई दें तो सूचना तत्काल पुलिस को दें, जिसमें पुलिस द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जायेगी, भिक्षा मांग रहे बच्चों के परिजनों को जागरूक कर अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने के लिए प्रेरित करें, जिससे भिक्षावृत्ति में लगे बच्चों को मुक्त कर शिक्षा की ओर अग्रसर कर उनका भविष्य संवारा जा सके।

*आँपरेशन मुक्ति टीम में टीम प्रभारी* एएसआई राजेंद्र प्रसाद, कांस्टेबल सुरेश गिरी, कांस्टेबल भूपाल सिंह, कांस्टेबल बालम सिंह व महिला कांस्टेबल मोनिका जोशी आदि रहे।