अल्मोड़ा – जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अल्मोड़ा के तत्वाधान में विजय दिवस की 52 वीं वर्षगांठ का आयोजन शहीद स्मारक छावनी परिषद क्षेत्र अल्मोड़ा में बड़े धूमधाम से हुआ। इस दौरान शहीदों की स्मृति में पुष्पचक्र एवं श्रद्धासुमन अर्पित किए गए । इस दौरान शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन भी रखा गया।
कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी विनीत तोमर ने वीर नारियों एवं सेनानियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया ।
इस दौरान उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1971 के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे वीरों को आज देश सलाम करता है जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की रक्षा की। उन्होंने शहीद हुए सैनिकों के परिवारजनों एवं माताओं को भी नमन किया कि उन्होंने अपने सपूतों को देश सेवा के लिए कुर्बान किया। उन्होंने भारतीय सेना के हौंसले को सलाम किया।
भारत एवं पाकिस्तान के बीच दिसंबर 1971 (पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश) में लड़ाई लड़ी गई थी। भारतीय फौज ने 14 दिनों के भीषण युद्ध के दौरान पाकिस्तानी फौजी को पराजित किया था ।इस युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन किया। इस अभियान में वीर सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी एवं कई जवान वीरता एवं अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश की रक्षा के लिए घायल हुए। भारतीय सेना के अदम्य साहस एवं वीरता के लिए पूरे देश में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाए जाने का संकल्प लिया गया था।
इस दौरान कमान अधिकारी गैरिसन अल्मोड़ा, कर्नल विनय यादव, विंग कमांडर सीएसए गुप्ता (अ0 प्रा0) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, वीर नारियां, पूर्व सैनिक समेत अन्य उपस्थित रहे।