सांस्कृतिक विभाग देहरादून द्वारा उदयशंकर नाट्य अकादमी में गोपाल बाबू गोस्वामी जी को उनकी 79 वी जयंती पर उनको श्रद्धांजलि स्वरूप अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। कार्यक्रम का शुभारंभ जिसमें उनकी दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ,जिसमें उनकी धर्मपत्नी श्रीमती चन्द्रा गोस्वामी, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिट्टू कर्नाटक ,बहु चन्द्रा गोस्वामी तथा पुत्र आशीर्वाद गोस्वामी, अमीत गोस्वामी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर गोपाल बाबू गोस्वामी के जन्मोत्सव कार्यक्रम को विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती चन्द्रा गोस्वामी ने कहा कि वह उनकी यादों में हमेशा जीवित रहेंगे, उनके साथ बिताए हुए समय की यादें हमेशा उनके साथ हैं ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी को श्रद्धासुमन सुमन अर्पित करते हुए कहा कि हमें गोपाल बाबू गोस्वामी जी के पदचिन्हों पर चलना होगा, उनकी तरह मेहनत व लगन के साथ साथ हमेशा समाज की भलाई व जन सरोकारों के कार्य करते रहना होगा, जिससे लोग हमेशा हमें अपनी यादों में जीवित रख सकें,उन्होंने कहा कि वह हमेशा कलाकारों के उत्थान हेतु संघर्षशील रहे हैं, तथा उन्होंने गोपाल बाबू गोस्वामी की याद में अल्मोड़ा में सरकार से थियेटर बनाने की मांग की, गोस्वामी जी के जेष्ठ पुत्र आशीर्वाद गोस्वामी ने कहा कि कलाकारों को हमेशा सम्मान मिलना चाहिए, उन्होंने सरकार से गोस्वामी जी प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। जिलाधिकारी श्री नितिन सिंह भदोरिया ने गोपाल बाबू गोस्वामी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और कहा कि गोपाल बाबू गोस्वामी ने उत्तराखंड की एक अलग पहचान को राष्ट्रीय पटल पर लाने का कार्य किया,वहअल्मोड़ा की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने वाले ध्वज वाहक के रूप में हम सबके सामने हैं।उन्होंने कलाकारों की परेशानीयों को सुना और विश्वास दिलाया कि जल्द ही इनका निराकरण किया जायेगा।। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया व सफल संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल सनवाल जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें मुख्य रुप से अनिल सनवाल पुत्री ने गोस्वामी जी के गीत पर सुन्दर नृत्य, उनके छोटे पुत्र अमित गोस्वामी ने उनके गीतो को गाकर उनको याद किया साथ ही,प्रसिद्ध रंगकर्मी रमेश लाल ने भी उनके साथ बिताए समय को याद कर उनकी जीवन में विस्तार से प्रकाश डाला इसके अतिरिक्त कल्याण बोरा तथा गोपाल चम्याल ने अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण विहान सांस्कृतिक कला समिति, प्रवाह सांस्कृतिक समिति, गोपाल बाबू गोस्वामी सांस्कृतिक कला समिति के कलाकारों ने अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये ।इस अवसर पर मुख्य रूप से उनकी पुत्रवधू चंद्र गोस्वामी, उनके पौत्र अरमान गोस्वामी शुभम जोशी, चन्द्रशेखर, राजू चौहान, सहित अनेकों सांस्कृतिक व कला प्रेमी उपस्थित थे।