द हंस फाउंडेशन अल्मोड़ा MMU01 भैंसियाछाना टीम ने “तक्षशिला पब्लिक स्कूल शील बाडेछीना” में एक सफल नेत्र शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का नेतृत्व डॉ. रॉबिन और उनकी समर्पित टीम ने किया। शिविर में कुल 162 लाभार्थियों का नेत्र परीक्षण किया गया, जिनमें से अधिकांश को चश्मे की आवश्यकता थी। इसके अतिरिक्त, मोतियाबिंद के मरीजों की भी पहचान की गई, जिन्हें आगे इलाज के लिए उचित दिशा-निर्देश दिए गए।
शिविर के दौरान, टीम ने न केवल नेत्र परीक्षण किया, बल्कि गांव के लोगों को आंखों की देखभाल और आवश्यक उपचार के बारे में भी जागरूक किया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना था, ताकि उन्हें शहरों से स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो। शिविर की सफलता में निम्नलिखित टीम सदस्य की समर्पित कोशिशों का महत्वपूर्ण योगदान रहा:
- मनीषा अधिकारी – परियोजना समन्वयक, जिन्होंने शिविर के समन्वय और संचालन में मुख्य भूमिका निभाई।
- प्रियंका – SPO, जिन्होंने लाभार्थियों के समुचित परीक्षण और निगरानी में सहायता की।
- हिमांशु – फार्मासिस्ट, जिन्होंने दवाओं के वितरण और परामर्श में सहयोग किया।
- अमित – फार्मासिस्ट, जिन्होंने आवश्यक दवाइयों का प्रबंध किया और स्वास्थ्य जांच में मदद की।
- अजय – लैब तकनीशियन, जिन्होंने सभी परीक्षणों को सही तरीके से संचालित किया।
- गजल – लैब तकनीशियन, जिन्होंने परीक्षण प्रक्रिया में मदद की।
- मनमोहन – लैब तकनीशियन, जिन्होंने तकनीकी पहलुओं को सुचारू रूप से चलाने में सहायता की।
- कमलेश बिष्ट – पायलट, जिन्होंने MMU वाहन को सही स्थान पर पहुंचाने और सुविधाओं का संचालन किया।
हर टीम सदस्य के योगदान ने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और गांव के लोगों को आवश्यक नेत्र सेवा प्रदान की। द हंस फाउंडेशन के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के प्रयास उनकी समाज के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं। यह शिविर न केवल आवश्यक नेत्र परीक्षण और इलाज प्रदान करता है, बल्कि यह सामाजिक स्वास्थ्य के प्रति फाउंडेशन के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है।