विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी जय गोल्ज्यू महोत्सव 2024 का आयोजन मल्ला महल, अल्मोड़ा में 5 से 9 नवंबर 2024 तक किया जा रहा है। यह महोत्सव उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवंत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। अल्मोड़ा, जो सांस्कृतिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, इस महोत्सव में न केवल उत्तराखंड की लोक कलाओं का प्रदर्शन करेगा, बल्कि देश के अन्य प्रांतों के लोक कलाकारों को भी आमंत्रित करेगा।
संस्कार सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संरक्षण समिति ने बताया कि
इस महोत्सव का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और बढ़ावा देने का भी एक प्रयास है। इसमें विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, लोक नृत्य, गायन, और अन्य कलाएँ शामिल होंगी, जो युवाओं को हमारी पारंपरिक कला के प्रति जागरूक करेंगी। यह महोत्सव विशेष रूप से उन युवा पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जो लोक कलाओं और विधाओं को समझने और उनसे जुड़ने का अवसर पाएंगे।
हम जानते हैं कि हमारी लोक संस्कृति धीरे-धीरे विलुप्ति की ओर बढ़ रही है। ऐसे में, इस महोत्सव के माध्यम से न केवल हमें अपनी लोक कलाओं को जीवित रखने का अवसर मिलेगा, बल्कि साथ ही विलुप्त होती कलाओं को पुनर्जीवित करने का भी प्रयास किया जाएगा। महोत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों के माध्यम से, हम एक ऐसा मंच प्रदान कर रहे हैं जहाँ पर लोग विभिन्न कलाओं का अनुभव कर सकेंगे और उन्हें समझ सकेंगे।
इस महोत्सव का आयोजन जैसे गोलू देवता के भक्तों के सहयोग से ही संभव हो पाया है। संस्कार सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संरक्षण समिति ने लोगों निवेदन क्लिक हैं कि आप इस महोत्सव के सफल आयोजन हेतु अपने स्तर से आर्थिक सहायता या सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। आपके योगदान से न केवल महोत्सव का स्तर ऊँचा होगा, बल्कि इससे हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षण मिलेगा।
समिति ने बताया कि इस महोत्सव के आयोजन में आपके सहयोग का मूल्य अत्यधिक है। हम सभी मिलकर एक ऐसे वातावरण का निर्माण करें, जहाँ पर हमारी लोक संस्कृति को नया जीवन मिले और हमारी नई पीढ़ी इस धरोहर को गर्व के साथ आगे बढ़ाए।
जय गोल्ज्यू महोत्सव 2024 में आपकी उपस्थिति और सहयोग के लिए हम आपका स्वागत करते हैं। समिति ने कहा कि आइए, हम सब मिलकर अपनी लोक संस्कृति को संजोएं और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करें। आपकी सहभागिता इस महोत्सव को एक यादगार आयोजन बना देगी।