सोमेश्वर/अल्मोड़ा: नंदराजजात यात्रा के प्रथम पड़ाव माला गांव में वरिष्ठ होलियार दामोदर जोशी को उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 90 वर्ष की उम्र में भी उनका होली के प्रति उत्साह और निरंतर भागीदारी न केवल गांववासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति को जीवित रखने का एक अहम माध्यम भी है।
दामोदर जोशी की होली के प्रति अटूट श्रद्धा और उनके योगदान को देखकर ग्रामीणों ने उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर माला के कई प्रमुख ग्रामीण उपस्थित रहे, जिनमें अनूप जोशी, हेम चंद्र जोशी, दीप चंद्र जोशी, हरि विनोद जोशी, विजय जोशी और अन्य कई लोग शामिल थे। सभी ने मिलकर दामोदर जोशी के दीर्घकालिक योगदान को सराहा और उनके योगदान की महत्ता को रेखांकित किया।
ग्रामवासियों ने उन्हें शाल उड़ा कर, सम्मान पत्र और इलेक्ट्रिक केटल भेंट कर आदर व्यक्त किया। इस सम्मान के साथ ग्रामीणों ने दामोदर जोशी के स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना भी की। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजन न केवल परंपराओं और स्थानीय संस्कृति को सहेजने में मदद करते हैं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को अपनी धरोहर से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनते हैं।
दामोदर जोशी की लगातार होली में भागीदारी और उत्साह ने यह सिद्ध कर दिया है कि परंपराओं और संस्कृति का संरक्षण व्यक्तिगत प्रयासों से ही संभव है। ऐसे आयोजन न केवल समुदाय को एकजुट करते हैं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनते हैं।