अल्मोड़ा। केंद्रीय परिवहन एवं सड़क राज्य मंत्री अजय टम्टा ने सोमवार को उत्तराखंड प्रेस क्लब, अल्मोड़ा में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा भारतीय संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर किए गए हमले महज आरोप नहीं, बल्कि ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित सच्चाई हैं, जिसे जानना हर भारतीय का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बार-बार लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने का प्रयास किया गया है।
मंत्री टम्टा ने विशेष रूप से वर्ष 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला था। 25 जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी का चुनाव अमान्य घोषित किए जाने के बाद आपातकाल थोपा गया, जो 19 महीने तक चला। इस दौरान लाखों लोगों को जेलों में बंद किया गया, प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई और नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ।
उन्होंने बताया कि कैसे संविधान में मनमाने ढंग से संशोधन किए गए। 38वां संशोधन (22 जुलाई 1975) न्यायिक समीक्षा से आपातकाल को बाहर करता है, जबकि 39वां संशोधन (सितंबर 1975) इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बनाए रखने की कोशिश थी। 41वें संशोधन (7 सितंबर 1976) में प्रधानमंत्री, राज्यपाल और राष्ट्रपति को पद छोड़ने के बाद कानूनी कार्रवाई से छूट देने का प्रावधान किया गया। वहीं 42वें संशोधन को ‘लघु संविधान’ कहा गया क्योंकि इसमें 50 से अधिक अनुच्छेद बदले गए और प्रस्तावना में “समाजवादी” व “धर्मनिरपेक्ष” शब्द जोड़े गए, जिसकी संविधान सभा में कभी मांग नहीं की गई थी।
मंत्री टम्टा ने कांग्रेस पर न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पी.डी. दिनाकरन और 2011 में कोलकाता हाई कोर्ट के जज सौमित्र सेन के खिलाफ महाभियोग लाने की घटनाएं कांग्रेस के शासनकाल में हुईं। इसके अलावा उन्होंने सोनिया गांधी को “सुपर पीएम” बताते हुए कहा कि चुने हुए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दरकिनार किया गया और गांधी परिवार के लिए विशेष कानून की मांग कर संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन किया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कार्यशैली को इन पंक्तियों से समझा जा सकता है – “न हम विधान को मानेंगे, न संविधान को मानेंगे। जिस दर पर देश ठहरता हो, हम रार वहीं पर ठानेंगे।”
कार्यक्रम के अंत में मंत्री टम्टा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान की रक्षा को अपना संकल्प मानती है और उसका संदेश स्पष्ट है – “जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, और जय संविधान।” कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट, मीडिया प्रभारी राजेंद्र बिष्ट, कैलाश गुरुरानी समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
संविधान की रक्षा भाजपा का संकल्प: केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा

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