10 दिसम्बर 2022 को “निष्पक्ष विचारण का अधिकार”
विषयातर्गत
अधिवक्ता परिषद उत्तराखंड की हल्द्वानी ईकाई द्वारा
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस आयोजन बार भवन एसडीएम कोर्ट में किया। कार्यक्रम अध्यक्षता अधिवक्ता हुकुम सिह कुवर ने की। मुख्य वक्ता के रूप में डी एस बी अल्मोडा विधि संकाय प्राध्यापक डा धर्म प्रकाश यादव रहे। विशेष आमंत्रित वक्ता के रूप में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से अधिवक्ता ललित बसेड़ा द्वारा निष्पक्ष विचारण हेतु निष्पक्ष विवेचना के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की शुरुआत सभी अधिवक्ताओ ने सामूहिक रूप से मानव अधिकारो की सार्वभौमिक घोषणा की प्रस्तावना पड कर की शुरुआत की। इस अवसर पर सभी अधिवक्ताओ ने निष्पक्ष “विचारण का अधिकार” पर अपने-अपने विचार व व्यक्तिगत अनुभव रखे। कार्यक्रम में अधिवक्ता परिषद की प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अधिवक्ता कुवर नृपेंद्र सिंह रौतेला कहा कि निष्पक्ष विचारण सुनिश्चित करवाना मात्र एक विकल्प नहीं बल्कि एक वचन होना चाहिए। हल्द्वानी ईकाई के सयोजक ललित जोशी ने कहा कि हमे निष्पक्ष विचारण के लिए निडर होकर कार्य करना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप उद्बोधन करते हुए धर्म प्रकाश यादव जी ने विस्तार से चर्चा करते हुए इतिहास पर प्रकाश डाला ।
वरिष्ठ अधिवक्ता राम सिह बसेडा ने कार्यक्रम की सराहना की।
इस अवसर पर अधिवक्ता उमेश जोशी, प्रदीप तिवारी, सुश्री पूनम कबडवाल, मोहित मैनाली, सिद्धांर्थ जोशी, एस के गुप्ता, भुवन चंद्र त्रिपाठी, चन्दन मेहता, धर्मेंद्र सक्सेना, भुवन चन्द्र त्रिपाठी, चंदन सिंह अधिकारी, चन्दन सिह बोरा, सुरेश चन्द्र पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।।