अल्मोड़ा। कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत भैसोड़ा ने ​कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून किसानों के हितों को प्रभावित करने का कार्य कर रहे हैं। देश में पहली बार ऐसा हो रहा ​है कि सरकार द्वारा लाया गया एक कानून दुसरे कानून को समाप्त कर रहा है।
जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रहे प्रशांत भैसोड़ा को कांग्रेस पार्टी द्वारा सहकारिता प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर के बाद अल्मोड़ा पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया यहां प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की तीन कृषि कानूनों को पर सवाल उठाते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों ने भूमि जमीदारी अधिनियम 1950 की मूल भावनाओं को खत्म कर दिया है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून किसानों के हितों के खिलाफ है भैसोड़ा ने कहा कि देश में पहली बार संसद द्वारा पारित नए कानून उसी मामले से जुड़े दूसरे कानून की मनसा को को समाप्त कर रहे हैं, केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को भैसोड़ा ने किसानों के प्रति एक साजिश बताया उन्होंने कहा कि एक ही मामले के लिए अलग-अलग कानून पारित करने के बजाए पुराने कानून में संशोधन किया जाना चाहिए था लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया और उसी कानून के समक्ष दूसरा कानून ले आई जो किसानों के हितों के विपरीत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में आम जनता व किसानों को जो सुविधाएं मिलती थी, वर्तमान सरकार उन सुविधाओं पर कटौती करती जा रही है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा एनसीडीसी लायी गयी थी, परन्तु आज सरकार एनसीडीसी के तहत जो धनराशि आवंटन कर रही है उसमें स्पष्ट नहीं है कि वह धनराशि ग्रांट है या लोन है उन्होंने यह भी कहा कि अल्मोड़ा में निबंधन सहकारिता के कार्यालय जो कांग्रेस सरकार की शासन में था उसको भाजपा द्वारा देहरादून स्थापित किया गया जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उत्तराखंड में सरकार द्वारा पतंजलि के साथ मिलकर सहकारिता के पैसे से बाबा रामदेव को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है जिसका पार्टी विरोध करती है और शीघ्र ही इसके लिए आंदोलन करेगी।