पिटकुल परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न
अल्मोड़ा। संवाददाता – गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल, अल्मोड़ा द्वारा पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड (पिटकुल), अल्मोड़ा परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और हरित वातावरण को बढ़ावा देना रहा।
संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं समन्वयक ई. एम. एस. लोधी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिटकुल परिसर के चारों ओर फूलों, फलों, छायादार वृक्षों, चारा प्रजातियों एवं सजावटी पौधों का रोपण किया गया। रोपे गए पौधों में बोटल ब्रश, सदाबहार, शहतूत, कनेर, बोगनवेलिया, गुड़हल एवं चिनार प्रमुख रूप से शामिल रहे।
वनों का मानव जीवन में विशेष महत्व – डॉ. महेशा नन्द
संस्थान के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. महेशा नन्द (ईआईएसीपी) ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए वनों के मानव जीवन में विशेष महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने पर्यावरण आधारित जीवन शैली को अपनाने एवं इसके दूरगामी लाभों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
पिटकुल अधिशासी अभियंता ने दिया वृक्ष संरक्षण पर जोर
पिटकुल के अधिशासी अभियंता मनीष कुमार टम्टा ने इस कार्यक्रम हेतु पिटकुल परिसर के चयन के लिए आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के साथ-साथ वृक्षों की उचित देखभाल भी जरूरी है, जिसके लिए वृक्ष रक्षक जालियां लगाई जानी चाहिए। उन्होंने सभी से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने और पर्यावरण को संरक्षित करने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में कमल किशोर टम्टा (ईआईएसीपी) द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया और सभी प्रतिभागियों का आभार जताया गया। कार्यक्रम का संचालन हेम तिवारी द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।
इस अवसर पर ईआईएसीपी टीम सहित पिटकुल अल्मोड़ा से पुष्पा धौनी रौतेला (कार्यालय अधीक्षक), मधुर कुमार राढ़ी (अवर अभियंता), महेन्द्र सिंह बिष्ट (अवर अभियंता) सहित कुल 30 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की सराहना करते हुए संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ. आई.डी. भट्ट ने ऐसे पर्यावरणीय जागरूकता कार्यक्रमों को महत्वपूर्ण बताया और भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया।
गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान द्वारा किया गया वृक्षारोपण का आयोजन, 30 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया भाग

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