भाकृअनुप-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हवालबाग, अल्मोड़ा ने 24 से 26 मार्च 2025 तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य अनाज फसलों के बीज उत्पादन में संलग्न जनजातीय किसानों के उद्यमिता विकास और कौशल उन्नयन को बढ़ावा देना था। यह कार्यक्रम ए0आई0सी0आर0पी0 बीज (फसल)- जनजातीय उप योजना के तहत आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण में ऊधम सिंह नगर जिले के सितारगंज क्षेत्र के 31 जनजातीय किसानों (17 पुरुष और 14 महिलाएँ) ने भाग लिया।
प्रशिक्षण के दौरान, किसानों को बीज उत्पादन और बीज प्रसंस्करण से संबंधित वैज्ञानिक व्याख्यान और व्यावहारिक सत्र प्रदान किए गए। उन्हें हवालबाग फार्म में चल रहे बीज उत्पादन प्लॉटों का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के तहत, 25 मार्च को किसानों ने आईसीएआर भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आई.वी.आर.आई.) और केंद्रीय समशीतोष्ण बागवानी संस्थान (सी.आई.टी.एच.), मुक्तेश्वर का दौरा किया। यहां उन्हें पशुपालन के विभिन्न पहलुओं, खासकर बकरी पालन, के बारे में जानकारी दी गई, जिससे वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
26 मार्च को, किसानों ने हवालबाग में आयोजित 50वें कृषि विज्ञान मेला में भाग लिया और अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए एक स्टॉल लगाया। प्रशिक्षण के अंत में, किसानों ने आधुनिक बीज उत्पादन तकनीकों, बीज प्रसंस्करण, पशुपालन और बागवानी में विविधीकरण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. देवेंद्र शर्मा, डॉ. नवीन चंद्र गहत्यारी, डॉ. अमित कुमार और डॉ. राजेश कुमार खुल्बे द्वारा किया गया। प्रतिभागी किसानों ने प्रशिक्षण से संतोष व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने की इच्छा जताई।