अल्मोड़ा।
जिले के माल गांव में सोमवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई जब एक बाघ ने घर के आंगन में बैठे दिनेश सिंह (उम्र लगभग 32 वर्ष) पर अचानक हमला कर दिया। यह घटना सुबह लगभग 6 बजे की है, जब दिनेश सिंह घर के बाहर आंगन में मौजूद थे। हमले की आवाज सुनकर उनके पिता धन सिंह तुरंत लाठी लेकर बचाव के लिए दौड़े और बाघ पर वार किया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही धन सिंह ने लाठी से बाघ पर प्रहार किया, बाघ ने पलटकर उन पर भी हमला कर दिया, जिससे वह भी घायल हो गए। शोर-शराबा सुनकर गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और सामूहिक रूप से हल्ला मचाकर बाघ को भगाया। इसके बाद बाघ जंगल की ओर भाग गया।
घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों ने घायल दिनेश और धन सिंह को बेस अस्पताल, अल्मोड़ा पहुंचाया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, दिनेश की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है, जबकि धन सिंह की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से भेंट की और तत्काल सहायता देने की मांग की। इसके बाद बहुगुणा ने अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) से वार्ता की और आग्रह किया कि बाघ को पकड़ने के लिए तुरंत पिंजरा लगाया जाए।
डीएफओ ने उन्हें आश्वस्त किया कि आज ही पिंजरा लगाया जाएगा और साथ ही पीड़ित परिवार को तत्काल जो सहायता राशि नियमानुसार दी जाती है, वह भी उपलब्ध कराई जाएगी।
वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और स्थिति का जायजा ले रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और बच्चों को अकेले बाहर न भेजने की सलाह दी गई है।
गांव में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को जल्द पकड़ने और सुरक्षित स्थान पर भेजने की मांग की है, ताकि आगे कोई और अप्रिय घटना न हो।
यह घटना एक बार फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को उजागर करती है।