अल्मोड़ा: नगर निगम अल्मोड़ा के सिद्धपुर क्षेत्र में बाघ की सक्रियता से स्थानीय नागरिकों में भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त हो गया है। क्षेत्रीय पार्षद गुंजन सिंह चम्याल ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रभारी वनाधिकारी, अल्मोड़ा वन प्रभाग को एक औपचारिक पत्र भेजकर वन्यजीव प्रबंधन के तहत त्वरित सहायता प्रदान करने की मांग की है।
पार्षद द्वारा भेजे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि हाल ही में कुष्ठ पुनर्वास, पूर्वी पोखरखाली सिद्धपुर क्षेत्र में बाघ की स्पष्ट उपस्थिति देखी गई है। इसके साथ ही क्षेत्र में एक गाय पर बाघ द्वारा हमला करने की भी घटना सामने आई है, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत और चिंता का माहौल है। पार्षद ने यह भी बताया कि बाघ को अलग-अलग स्थानों पर कई बार देखा गया है, जिससे लोगों की आवाजाही और सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
इस पत्र में वन विभाग से आग्रह किया गया है कि बाघ को पकड़ने के लिए तत्काल पिंजरा लगाने की व्यवस्था की जाए तथा विभागीय टीम को क्षेत्र में गश्त हेतु तैनात किया जाए, जिससे किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। साथ ही बाघ की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए कैमरा ट्रैप व अन्य निगरानी उपाय भी किए जाने की मांग की गई है।
पार्षद चम्याल ने कहा कि क्षेत्र में बच्चे, महिलाएं एवं बुजुर्ग अत्यंत भयभीत हैं और स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों में भी गहरी चिंता है। ऐसी स्थिति में वन विभाग की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ही लोगों को राहत दे सकती है।
उन्होंने यह भी अपील की कि वन विभाग आमजन को इस प्रकार की स्थिति में सतर्क रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी करे और ग्रामीणों के सहयोग से बाघ को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जाए, जिससे न तो वन्यजीव को हानि पहुंचे और न ही आमजन को खतरा हो।
स्थानीय लोग अब वन विभाग की त्वरित कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि क्षेत्र में फिर से सामान्य स्थिति बहाल हो सके।